मान की ताजपोशी: आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आप नेता भगवंत मान के शपथ समारोह में के दौरान मंच से कोई भाषण नहीं दिया। वह जनता के बीच यह संदेश देने में सफल रहे कि पंजाब पंजाबियों का है और पंजाबी ही उसे आगे बढ़ाएंगे। भगवंत मान के शपथ लेने तक मंच से उनका नाम तक नहीं लिया गया।
इस बीच लोगों को लगा कि शायद केजरीवाल नहीं आए। शपथ लेने के बाद जब मुख्यमंत्री भगवंत मान ने लोगों को बताया कि उनके बाई ओर बने मंच पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया और दिल्ली की पूरी कैबिनेट बैठी है, तब जाकर लोगों को पता चला कि केजरीवाल भी मंच पर बैठे हैं।
आमतौर पर जब केजरीवाल आते हैं तो समारोह का पूरा आकर्षण उनकी तरफ चला जाता है लेकिन बुधवार को उन्होंने सिर्फ मान को आगे रखा। जनता को एक संदेश देने की कोशिश की है कि पंजाब की कमान मान के पास रहेगी। समारोह में तीन स्टेज तैयार थे, जिसमें एक स्टेज पर आप के 91 विधायक, मुख्य स्टेज पर भगवंत मान व राज्यपाल मौजूद थे, जबकि तीसरे स्टेज पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और उनके मंत्री मौजूद थे।
शपथ लेने के बाद भगवंत मान ने अपने भाषण में आखिर में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की तारीफ की, इतना ही नहीं उन्होंने लोगों से केजरीवाल के लिए ताली भी बजवाई। भगवंत मान ने कहा कि मैं केजरीवाल का विशेष धन्यवाद करूंगा, जिन्होंने 20-20 दिन भूख हड़ताल की। आंदोलन किया, पार्टी बनाई, पूरे देश की राजनीति में सुधार किया, मैं चाहता हूं कि सभी लोग एक बार तालियां बजाएं।
केजरीवाल ने समारोह में जुटे लाखों लोगों को संबोधित नहीं किया और न ही भगवंत मान के साथ स्टेज साझा की। सूत्रों के मुताबिक केजरीवाल ने साफ मना कर दिया था कि यह पंजाब सरकार का कार्यक्रम है और इसमें वह एक अतिथि के रूप में शामिल होकर इसका हिस्सा बनेंगे और भगवंत मान ही इसका मुख्य चेहरा होंगे।
