महराजगंज: उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में बहुत बड़ी गड़बड़ी की पोल खुलकर सामने आ गई है। सामूहिक शादी समारोह में यह गड़बड़ी सामने आई तो जिम्मेदारों को पसीना आने लगा।
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत शादी करने पर प्रति जोड़े पर 51 हजार रुपये खर्च होते हैं और वधू को 35 हजार रुपये के चेक मिलते हैं। बीते 13 अक्तूबर को हुए सामूहिक विवाह समारोह में कोल्हुई थाना क्षेत्र के बड़िहारी गांव का एक शादीशुदा व्यक्ति अपनी साली के साथ विवाह कर लिया। लेकिन अधिकारियों को इसकी भनक भी नहीं लगी। शिकायत मिलते ही इसकी जांच शुरू कर दी गई है।
शादीशुदा व्यक्ति के बच्चे भी हैं। लेकिन इसके बाद भी सामूहिक विवाह योजना के तहत शादी के लिए पंजीकरण कराने के बाद साली से शादी भी कर ली। शादी समारोह में उसको जो उपहार मिला, उसे भी लेकर वह घर चला गया। जिला समाज कल्याण अधिकारी सुधीर पांडेय ने बताया कि ऐसी शिकायत मिली है। इसकी जांच शुरू कर दी गई है। इसमें जो भी कसूरवार होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
योजना के तहत सरकार गरीबों की शादी कराने के लिए प्रति जोडा 51 हजार की रकम खर्च करती है। पंजीकरण के बाद इसका पात्रता का सत्यापन भी कराया जाता है। लेकिन हैरत की बात है कि साली से शादी रचाने वाले शख्स ने जिम्मेदारों को गुमराह कैसे कर दिया।
