यूपी: लोकसभा चुनाव होने मे अब कुछ ही महीने शेष रह गए हैं। इस बीच सियासी गलियारों में चर्चा है कि सीटों को लेकर चल रहे विवाद को छोड़ जयंत एनडीए में भी जा सकते हैं। लोकसभा चुनाव से पहले जयंत चौधरी एनडीए में शामिल हो होने की चर्चा हैं। जयंत के एनडीए में शामिल होने के बीच समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी बहुत सुलझे हुए इंसान हैं। वो बहुत पढ़े लिखे हैं। वे राजनीति को समझते हैं। मुझे उम्मीद है कि किसानों की लड़ाई के लिए जो संघर्ष चल रहा है, वे उसे कमज़ोर नहीं होने देंगे।
वहीं समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी एनडीए में शामिल होने की खबरों के बीच बड़ा दावा किया है। सपा सांसद डिंपल यादव का ने कहा कि जिस तरह से भाजपा किसानों के खिलाफ काम कर रही है और जिस तरह से हमारे पहलवानों का भाजपा ने अपमान किया है, मुझे नहीं लगता कि आरएलडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी कोई भी कदम उठाएंगे जिससे हमारे किसानों को सीधा नुकसान होगा।
रालोद-भाजपा गठबंधन पर पत्रकारों के सवाल पर सपा महासचिव शिवपाल यादव ने कहा कि जयंत चौधरी कहीं नहीं जाएंगे। वह गठबंधन के साथ हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग ही इस तरह के अफवाह फैला रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक रालोद ने भाजपा से कैराना, अमरोहा, बागपत, मथुरा व मुजफ्फरनगर सीट मांगी थी। भाजपा इनमें से कैराना, अमरोहा और बागपत सीट देने के लिए तैयार है। मथुरा व मुजफ्फरनगर की सीट पर पेच फंसा है। भाजपा पश्चिमी यूपी में मुस्लिम बहुल सीटों के लिए रालोद को साधना चाहती है।
