यूपी चुनाव 2022 : विधानसभा चुनाव की तारीख तय होने के साथ ही राजनीतिक दलों ने भी तैयारियां तेज कर दी हैं। भाजपा एक बार फिर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी को अपने साथ मे लाने की तैयारी में है। अगर भाजपा की रणनीति सफल रही तो दूसरे चरण के चुनाव से पहले सुभासपा से फिर गठबंधन हो सकता है। भाजपा और सुभासपा ने 2017 में गठबंधन से चुनाव लड़ा था। सुभासपा को 8 सीट मिली थीं जिसमें से उसने 4 सीटें जीती थी।
भाजपा ने सरकार बनने पर ओमप्रकाश राजभर को कैबिनेट मंत्री भी बनाया था। लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले सुभासपा एनडीए से अलग हो गई। पूर्वांचल के कुछ जिलों में सुभासपा का काफी प्रभाव है। भाजपा को भी कुछ सीटों पर सुभासपा की ताकत का अहसास है। लिहाजा एक-एक सीट पर जीत की गहन रणनीति रच रही भाजपा कोई जोखिम नहीं उठाना चाहती है।
बीते साल ओमप्रकाश ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह से मुलाकात भी की थी। लेकिन बात आगे नहीं बढ़ी थी। पार्टी ने अब एक बार फिर राजभर को अपने पाले में लाने की कोशिशें शुरू की हैं। पार्टी उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह ने ओमप्रकाश से बीते दिनों तीन बार मुलाकात की है।
