यूपी: लोकसभा चुनाव के पहले सपा में आतंरिक कलह बढ़ रहा है। स्वामी प्रसाद मौर्य के बाद अब पूर्व कैबिनेट मंत्री कमलाकांत गौतम ने पार्टी के प्रदेश सचिव पद से इस्तीफा दे दिया है। वह स्वामी प्रसाद मौर्य के करीबी माने जाते है। स्वामी प्रसाद मौर्य की तरह उन्होंने भी सचिव पद से इस्तीफा दिया है पार्टी नही छोड़ी है।
बता दें कि बसपा सरकार में रहे कैबिनेट मंत्री और पूर्व विधान परिषद सदस्य कमला कांत गौतम ने सपा के प्रदेश सचिव पद से इस्तीफा दे दिया है। कमला कांत गौतम ने सपा मुखिया अखिलेश यादव को पत्र लिखकर इस्तीफा भेज दिया है। वहीं अपने त्यागपत्र में उन्होंने कहा है कि राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ भेदभाव पार्टी के भीतर भेदभाव हो रहा है, इससे बहुजन समाज काफी आहत है।

कमलाकांत गौतम ने कहा कि उन्होंने वर्ष 2019 में चुनाव आयोग में पंजीकृत अपनी पार्टी का सपा में विलय किया। इसके बावजूद उन्हें आज तक कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी नहीं सौंपी गई। बिना किसी जिम्मेदारी के पार्टी का जनाधार नहीं बढ़ाया जा सकता है। इसलिए अब इस महत्वहीन पद पर बने रहने का कोई औचित्य नहीं है। बिना पद के पार्टी के लिए काम करते रहने की बात भी उन्होंने कही है। कमलाकांत गौतम ने बताया कि अपने समर्थकों के साथ बैठक करके आगे की रणनीति तय कर करेंगे।
