सराहनीय कार्य: सीएम बसवराज बोम्मई ने कहा कि परिवारों पर इस आर्थिक बोझ को ध्यान में रखते हुए, सरकार ने ब्लैक फंगस के रोगियों के लिए सभी खर्च उठाने का फैसला किया है। जब तक वे पूरी तरह से ठीक नहीं हो जाते, सरकार सभी तरह का खर्चा उठाएगी। कोरोना वायरस के बाद होने वाली बीमारियों में सबसे ज्यादा जीवन को प्रभावित करने वाला ब्लैक फंगस है जो कमजोर इम्यूनिटी वालों को अपना शिकार बनाता है और इसका इलाज भी काफी जटिल है। अब कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने अच्छा फैसला किया है और साथ ही घोषणा की कि राज्य सरकार अस्पतालों से छुट्टी मिलने के बाद भी ब्लैक फंगस रोग से पीड़ित व्यक्तियों का मुफ्त इलाज दिलाएगी।
ब्लैक फंगस का इलाज काफी महंगा है गरीब तो इसके बारे में सोच भी नहीं सकता है। इसके उपचार में उपयोग होने वाले इंजेक्शन की कीमत 10,000 रुपये से 12,000 रुपये प्रति इंजेक्शन के बीच है। जो मरीजों को डिस्चार्ज होने के बाद चार हफ्ते तक घर पर ही इंजेक्शन लेना पड़ता है।
वहीं सीएम बसवराज बोम्मई ने तीसरी लहर को चिंता करते हुए भी अपनी राय रखी। विशेषज्ञों के मुताबिक तीसरी लहर में बच्चे ज्यादा प्रभावित होंगे। इसके मद्देनजर बोम्मई ने कहा कि बच्चों के स्वास्थ्य की निगरानी के लिए शिविर लगाए जाएंगे। महिला एवं बाल कल्याण विभाग कुपोषित बच्चों को भोजन किट प्रदान करेगा। जो बच्चे बीमार हैं उन्हें जिला अस्पतालों में शिफ्ट किया जाएगा।
कर्नाटक सरकार ने जिला अस्पतालों को बच्चों के लिए आईसीयू तैयार करने का निर्देश दिया है। राज्य सरकार विजयपुर में 40 वेंटिलेटर के साथ 120 बेड के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल को पूरा करने के लिए 22 करोड़ रुपये भी जारी करेगी साथ अन्य जगहों को चिन्हित करके आगे का काम किया जाएगा।
