दिल्ली पुलिस: अफगानिस्तान पर तालिबानी हुकूमत के बाद 26 अगस्त को काबुल के हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के बाहर आत्मघाती हमला किया गया था। इस हमले में करीब 200 लोगों की मौत हो गई थी, इसमें 13 अमेरिकी सैनिक भी शामिल थे। हमले की जिम्मेदारी आईएसआईएस-के ने ली थी। आतंकी संगठन का आतंकी दिल्ली 2016 में दिल्ली में पकड़ा गया था।
इस्लामिक स्टेट खुरासान (आईएसआईएस-के) ने बड़ा खुलासा किया था कि पिछले महीने काबुल एयरपोर्ट पर हमला करने वाला आत्मघाती हमलावर को पांच साल पहले दिल्ली में गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद उसे जेल भेज दिया गया था और बाद में उसे अफगानिस्तान भेज दिया गया।
अब्दुर रहमान अल-लोगरी ने किया था आत्मघाती हमला
आईएसआईएस-के ने दावा किया कि अब्दुर रहमान अल-लोगरी नाम के आत्मघाती हमलावर भारत में पांच साल पहले ही पकड़ा गया था, जब वह ‘कश्मीर का बदला लेने के लिए’ भारत में हमला करने की तैयारी में था। दिल्ली पुलिस ने उसे धर दबोचा था। जेल में सजा काटने के बाद उसे फिर से अफगानिस्तान भेज दिया गया और अमेरिकी सेना की मदद से काबुल एयरपोर्ट से निकाले जा रहे लोगों के दौरान इस हमले को अंजाम दिया था।
