जम्मू-कश्मीर : चुनाव आयोग ने केंद्र शासित प्रदेश में विधानसभा चुनाव कराने की तैयारियों को तेज कर दिया है। इसने जम्मू व कश्मीर में परिसीमन अभ्यास के बाद मतदाता सूचियों में संशोधन शुरू किया है। माना जा रहा है कि अंतिम मतदाता सूची तैयार होने के बाद विधानसभा चुनाव हो सकते हैं।
इसी बीच नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी ने कहा कि गुपकार घोषणापत्र गठबंधन (पीएजीडी) जम्मू-कश्मीर में मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ेगा। ये दोनों पार्टियां पीएजीडी के मुख्य घटक दल हैं। नेकां अध्यक्ष एवं पीएजीडी के प्रमुख डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि हम एक साथ चुनाव लड़ेंगे। जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट का नाम लिए बगैर कहा कि एक राजनीतिक दल है, जिसने कहा कि उसने गठबंधन छोड़ दिया है। सच्चाई यह है कि वे कभी गठबंधन का हिस्सा नहीं थे। वे हमें भीतर से तोड़ने आए थे।
उन्होंने कहा, सरकार जब चाहे चुनाव करा सकती है। जब बाढ़ आई थी तब भी चुनाव हुए थे तो अब क्यों नहीं हो सकते? सवाल यह है कि वे चुनाव कैसे लड़ना चाहते हैं। वहीं पीडीपी अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भी कहा कि हम एक साथ चुनाव लड़ने का इरादा रखते हैं। क्योंकि यह लोगों की इच्छा है कि हमें अपनी खोई हुई गरिमा की बहाली के लिए मिलकर प्रयास करना चाहिए।
