Uttar Pradesh

ज्ञानवापी परिसर : ज्ञानवापी परिसर में बंद कमरों के ताले 29 साल, 4 महीने और 10 दिन के बाद खोले गए, 52 सदस्‍य वीडियोग्राफी के लिए थे पहुंचे

ज्ञानवापी परिसर : वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद मे विवाद की शुरुआत के बाद प्रशासनिक कार्रवाई के तहत चार जनवरी वर्ष 1993 के बाद जिलाधिकारी सौरभ चंद्र के निर्देशन में मस्जिद के तीन कमरों में ताले लगाए गए थे। कमरे की दो चाबियां प्रशासन और मुस्लिम पक्ष के पास सुरक्षित थीं। 1993 से पहले तक यहां रोजाना व्यास जी आते-जाते थे। उनका एक कमरा भी इस परिसर में होने का दावा किया जाता है।

अब मस्जिद के बंद हिस्‍सों का ताला आखिरकार शनिवार को अदालत के आदेश पर 29 साल 4 महीने 10 दिन बाद ज्ञानवापी परिसर में बंद कमरों के ताले खोले गए। एडवोकेट कमिश्‍नर की कार्रवाई के दौरान खुला तो काफी कुछ अतीत के झरोखों से सुबूतों ने दस्‍तक दी। साक्ष्‍यों की पड़ताल के लिए दोनों पक्षों के 52 सदस्‍य वीडियोग्राफी के लिए पहुंचे और एक एक कर सुबूतों को तलाशने के साथ ही सुबह आठ बजे से दोपहर 12 बजे तक जांच की।

सुबह छह बजे से ही परिसर और आसपास के क्षेत्र को सुरक्षा बलों के हवाले कर दिया गया। ज्ञानवापी परिसर के चारों ओर बने ऊंचे मकानों की छतों पर सुरक्षा बलों की टीम चौकस हो गई ताकि कोई भी एडवोकेट कमिश्‍नर की परिसर में कार्यवाही के दौरान सुरक्षा से खिलवाड़ न कर सके। सभी 52 सदस्‍यों की लिस्‍ट सुरक्षा बलों को सौंप दी गई थी। जांच के बाद ही सभी को परिसर में प्रवेश करने दिया गया।

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