वाराणसी: ज्ञानवापी मुक्ति महापरिषद के कार्यकर्ताओं को काशी विश्वनाथ मंदिर में सोमवार को सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ करने जा रहे थे, पुलिस ने मंदिर के गेट नम्बर चार पर ही रोक दिया। गेट नंबर चार पर इसे लेकर थोड़ी देर तक गहमागहमी की स्थिति रही। ज्ञानवापी मुक्ति महापरिषद के कार्यकर्ता अंदर जाने के अनुरोध करते रहे लेकिन पुलिस ने अनुमति नहीं मिलने का हवाला देते हुए प्रवेश से रोक दिया।
करीब 30 कार्यकर्ता मंदिर में जाना चाहते थे लेकिन एसीपी चक्रपाणि त्रिपाठी ने ये कहा कि आपके पास अनुमति नहीं है। कार्यकर्ताओं ने कहा कि मंदिर में पूजन और स्त्रोत पाठ के लिए अनुमति की आवश्यकता नहीं जान पड़ती। हनुमानजी की प्रतिमा न तो विवादित है और न ही विवादित स्थल पर है।
काशी विश्वनाथ मंदिर में प्रवेश नहीं मिलने पर बुलानाला स्थित दक्षिणमुखी हनुमानजी के समक्ष हनुमान चालीसा का पाठ कर ज्ञानवापी की मुक्ति का संकल्प लिया। कार्यकर्ताओं ने पिछले सोमवार को विश्वनाथ मंदिर स्थित नंदी का पूजन किया था।
सेंट्रल बार एसोसिएशन के पूर्व उपाध्यक्ष राजा आनंद ज्योति सिंह ने कहा कि यह दुःख की बात है कि हमें अपने ही मंदिर में पूजन और पाठ के लिए रोका जा रहा है। वहीं ज्ञानवापी मस्जिद में लोग आकर नमाज पढ़ रहे हैं। जिस मंदिर में कोई विवाद नहीं है वहां भी पूजन और पाठ के लिए अनुमति लेना पड़े तो यह शर्म की बात है।
