कैप्टन वरुण सिंह: तमिलनाडु के नीलगिरी में सेना का एमआई-17 हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया। इसमें 14 लोग सवार थे, जिसमें देश के पहले सीडीएस जनरल विपिन रावत की पत्नी समेत 13 लोगों की मौत हो गई। इस घटना में एक मात्र देवरिया के लाल ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह जो की विमान में सवार थे बच गए। वह हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए है।
बुधवार को हुए हादसे में विंग कमांडर वरुण सिंह के घायल होने की खबर से लोग आहत हो गए। सोशल मीडिया से लेकर लोग घरों में उनके सलामती की दुआ मांगने लगे। कन्हौली गांव में हर कोई उनकी हालत जानने को व्याकुल हो गया। वरुण कन्हौली गांव के मूल निवासी हैं। विंग कमांडर वरुण सिंह के पिता केपी सिंह सेना से रिटायर हो चुके हैं। वह कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता, पूर्व विधायक अखिलेश प्रताप सिंह के भतीजे हैं।
चार माह पहले वरुण सिंह राष्ट्रपति के हाथों शौर्य चक्र से सम्मानित हो चुके हैं। पिछले वर्ष 12 अक्तूबर 2020 को फ्लाइंग कंट्रोल सिस्टम खराब होने के बाद भी विंग कमांडर वरुण सिंह ने करीब दस हजार फिट की ऊंचाई से विमान की सफल लैडिंग कराई थी। जिसके लिए 15 अगस्त को राष्ट्रपति ने उन्हें शौर्य चक्र से सम्मानित किया था।
वरूण सिंह के चाचा पूर्व विधायक अखिलेश प्रताप सिंह ने कहा कि सेना के अधिकारियों के द्वारा हादसे में उनके घायल होने की सूचना प्राप्त हुई है। ईश्वर से उनके जल्द ठीक होने की कामना की जा रही है। उनका सैन्य अस्पताल वेलिंगटन में इलाज चल रहा है।
