पश्चिम बंगाल: पश्चिम बंगाल में शिक्षा भर्ती घोटाले की आंच राज्य सरकार में बैठे मंत्रियों तक आ गई है, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में पश्चिम बंगाल की ममता सरकार के दो मंत्रियों के 13 ठिकानों पर छापे मारे। इस दौरान एक मंत्री की करीबी सहयोगी के घर से करीब 20 करोड़ रुपये नकद बरामद हुए हैं।
ईडी ने शुक्रवार को राज्य के उद्योग और वाणिज्य मंत्री और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी और कूचबिहार जिले के मेखलीगंज में परेश चंद्र अधिकारी के आवास पर छापेमारी की। ईडी की यह कार्रवाई देर रात तक जारी रही। आपको बता दे कि शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी माने जाने वालीं अर्पिता मुखर्जी के घर पर ईडी द्वारा 20 करोड़ के करीब कैश बरामद कर लिया गया है l पार्थ के घर पर भी कई घंटों की छापेमारी चली है l लेकिन इस पूरे विवाद से टीएमसी ने खुद को दूर कर लिया है l
ईडी के सूत्रों के अनुसार एजेंसी के कम से कम सात से आठ अधिकारी सुबह करीब साढ़े आठ बजे चटर्जी के आवास नकतला पहुंचे। पार्थ चटर्जी अभी उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री हैं, वह उस समय शिक्षा मंत्री थे, जब यह कथित घोटाला हुआ था। सीबीआई दो बार उनसे पूछताछ कर चुकी है। पहली बार 25 अप्रैल को और दूसरी बार 18 मई को पूछताछ की गई थी। पश्चिम बंगाल के शिक्षा राज्यमंत्री अधिकारी से भी सीबीआई पूछताछ कर चुकी है। इसके अलावा उनकी बेटी स्कूल शिक्षक की अपनी नौकरी गंवा चुकी हैं।
अर्पिता के अलावा ईडी ने कई और ठिकानों पर छापे मारे हैं। इस सूची में मंत्री पार्थ चैटर्जी, माणिक भट्टाचार्य, आलोक कुमार सरकार, कल्याण मॉय गांगुली जैसे नाम शामिल बताए गए हैं। उधर, इस संबंध में बंगाल में भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने ट्वीट कर लिखा है कि ईडी ने एसएससी घोटाला मामले में पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के घर से 20 करोड़ रुपये नकद बरामद किए हैं।
ट्वीट में उन्होंने भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि ये तो बस ट्रेलर है, फिक्चर अभी बाकी है।भाजपा ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस ने प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और माध्यमिक स्तर पर शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर घोटाला किया है। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, सीबीआई और ईडी सही रास्ते पर आगे बढ़ रहे हैं।