गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि धर्मस्थलों से उतारे गए लाउडस्पीकर अब स्कूलों में इस्तेमाल किए जाएंगे। इस निर्णय के बाद गोरखनाथ मंदिर ने शुक्रवार को दो लाउडस्पीकर जिला प्रशासन को सौंपे हैं। जिला प्रशासन की तरफ से ये लाउडस्पीकर स्कूलों तक पहुंचा दिए गए हैं। शिक्षा के मंदिरों में गोरखनाथ मंदिर के ये लाउडस्पीकर प्रार्थना, राष्ट्रगान और बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों के काम आएंगे।
गोरखनाथ मंदिर में वैसे पहले से ही लाउडस्पीकरों की आवाज कम रहती थी। यहां अनावश्यक लाउडस्पीकर नहीं बजते हैं। फिर भी मुख्यमंत्री के निर्देश पर यहां मंदिर की चहारदीवारी की तरफ लगे लाउडस्पीकरों का मुंह मंदिर परिसर की ओर करने के साथ इनकी आवाज को मानक (45 डेसिबल) से भी कम कर दिया गया।
अब सीएम योगी ने यह तय किया है कि धर्मस्थलों से उतारे गए लाउडस्पीकर स्कूलों को दिए जाएंगे। इस निर्णय के अनुपालन में भी सबसे पहले गोरखनाथ मंदिर आगे आया है। शुक्रवार सुबह मंदिर प्रबंधन की तरफ से दो लाउडस्पीकर जिलाधिकारी विजय किरन आनंद और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विपिन ताडा को सौंप दिए गए। जिला प्रशासन ने इन लाउडस्पीकरों को स्कूलों को उपलब्ध करा दिया है।
ये लाउडस्पीकर स्कूलों में बच्चों की प्रार्थना सभा, राष्ट्रगान और समय-समय पर स्कूलों में होने वाले सांस्कृतिक समारोहों व अन्य प्रतियोगी कार्यक्रमों में प्रयोग होंगे। सबसे पहले गोरखनाथ मंदिर में लाउडस्पीकरों की आवाज और कम करने की पहल हुई। अब स्कूलों के लिए लाउडस्पीकर देने की शुरुआत भी इसी मंदिर से हुई है।
