Health

मंकीपॉक्स का टीका: मंकीपॉक्स टीका बनाने के लिए सीरम और भारत बायोटेक के बीच मची होड़, मंत्री के सामने दोनों ने किए बड़े दावे

मंकीपॉक्स का टीका: कोरोना महामारी के बाद अब मंकीपॉक्स ने पूरी दुनिया में अपना आतंक फैला रखा है, एक तरफ भारत में भी इसके 8 मामले मिलने के बाद पूरे देश की हेल्थ एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं l दूसरी तरफ कोरोना की तरह अब मंकीपॉक्स टीका को लेकर देश की दो बड़ी नामचीन कंपनियों के बीच होड़ मची है।

पिछली बार कोरोना रोधी कोवाक्सिन बनाने के लिए हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक कंपनी सबसे आगे रही। इस बार पुणे स्थित सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) भी सरकार के साथ मिलकर मंकीपॉक्स का टीका बनाना चाहती है। बहरहाल इन दोनों ही कंपनियों ने अभी तक अपनी दावेदारी नहीं सौंपी है। जबकि स्वास्थ्य मंत्री के साथ बैठक में दावा किया है।

सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया के साथ ऑनलाइन बैठक में भारत बायोटेक और सीरम दोनों कंपनियों ने जल्द से जल्द मंकीपॉक्स का तोड़ निकालने का दावा किया है। इसके लिए इन्हें जीवित वायरस की आवश्यकता पड़ेगी जिसमें आईसीएमआर सहयोग करेगा।सीरम कंपनी के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा, उनकी कंपनी ने मंकीपॉक्स के टीका की खोज तेजी से शुरू कर दी है। इसके लिए अमेरिका और यूरोप के वैज्ञानिकों से संपर्क किया जा रहा है।

बैठक में भारत बायोटेक कंपनी के चेयरमैन डॉ. कृष्णा एला ने कहा, टीका गुजरात के अंकलेश्वर में बनेगा। अभी तक दुनिया में दो ही स्थानों पर टीका बन सकता है जिसमें एक अंकलेश्वर में है और दूसरा जर्मनी के बवेरियन नॉर्डिक में है। जिस तरह कोवाक्सिन की हर खुराक पर आईसीएमआर को 5% रॉयल्टी दी जा रही है। उसी तरह मंकीपॉक्स के टीके पर भी फार्मा कंपनी को रॉयल्टी देनी होगी। यह कितना फीसदी होगा? करार के बाद पता चलेगा।

Most Popular

Uncategorized

उत्तर प्रदेश पुलिस का सिपाही मिशन शक्ति जैसे अभियान को दिखा रहा ठेंगा!दो बीवियों के बीच फसा उत्तर प्रदेश पुलिस का सिपाही,एक बीवी घर तो दूसरी को ले तैनाती क्षेत्र में रह रहा था! घर वालों को पता चलने पर दूसरी को छोड़ा तो दूसरी बीवी ने किया मुकदमा!उत्तर प्रदेश में कानून का रखवाला ही कानून की धज्जियां उड़ा रहा,शादीशुदा होने के बावजूद कई सालों से दूसरी महिला को पत्नी बनाकर साथ में रह रहा था! बताते चलें कि देवरिया जिले का सिपाही ना०पु०062620433 रवि प्रताप जो पहले से शादीशुदा था महाराजगंज में तैनाती के दौरान महाराजगंज की एक महिला को भी अपनी पत्नी बनाकर साथ में रखा हुआ था! कई सालों तक साथ में रहने के बाद जब घर वालों को पता चला तो वह दूसरी बीवी को छोड़कर भागने के फिराक में लग गया! लेकिन दूसरी बीवी उसे भागता देख जिले के ही पुलिस अधीक्षक के पास शिकायत लेकर पहुंची और सिपाही रवि प्रताप के खिलाफ 376,और 493/506, समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है! अब सवाल यह उठ रहा है कि ऐसी धाराओं में मुकदमा दर्ज होने के बाद भी सिपाही रवि प्रताप निश्चिंत होकर अपनी ड्यूटी गोंडा जिले के जीआरपी में कर रहा है और कानून के बीच के बीच फसाकर दूसरी बीवी को प्रताड़ित कर रहा है!आपको बताते चलें कि महाराजगंज जिले में यह मामला काफी चर्चा में रहा है लेकिन विभागीय होने के नाते पुलिस विभाग के द्वारा भी आज तक ना तो सिपाही रवि प्रताप को गिरफ्तार किया गया ना ही उसकी दूसरी पत्नी के लिए न्याय संगत कोई कदम उठाया गया! कागजी कार्यवाही में कोटा पूर्ति करके सिर्फ महिला को थाने कचहरी और कोर्ट तक भगाया गया अब प्रश्न यह उठता है कि जब एक व्यक्ति कई सालों तक उक्त महिला के साथ रह रहा था तो ऐसे में उस महिला के ऊपर पड़ने वाले खर्च का भार कौन उठाएगा और किस के भरोशे न्याय के नियत दर-दर भटकेगी! बात करने पर सिपाही रवि प्रताप की दूसरी पत्नी ने बताया कि सिपाही रवि प्रताप के रिश्तेदारों के द्वारा उसे जान से मारने की धमकी भी मिल रही है और तरह-तरह के कूट रचित योजनाओं सेवा किसी भी तरीके से मामले को सुलह के रास्ते पर ले जाना चाहता है! उक्त प्रकरण में जो कि मामला गिरफ्तारी का है कि बावजूद कानून व्यवस्था को ही इस्तेमाल कर उक्त सिपाही इस मामले से निकल अपनी रोटी सेक दूसरी महिला के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहा है! जहां उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मिशन शक्ति अभियान के तहत महिलाओं की सुरक्षा और उनके जीवन को मजबूत रखने के लिए तरह-तरह के कानून बना रहे हैं वहीं ऐसे भ्रष्ट और अयाश कानून के रखवाले सारे कानून को तोड़ सरकार की मंशा पर पानी फिरने का काम कर रहे हैं!(साक्ष्य मौजूद)

To Top