नीरज चोपड़ा : भारत के लिए टोक्यो ओलिंपिक के स्वर्ण पदक जीतने वाले भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा को आज कौन नही जानता है, नीरज चोपड़ा ने एक नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बना दिया हैनीरज चोपड़ा ने फिनलैंड में पावो नुरमी गेम्स में मंगलवार को 89.30 मीटर के अपने सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ अपने ही राष्ट्रीय रिकार्ड में सुधार कर रजत पदक जीता। नुर्मी गेम्स 1957 से फिनलैंड के सबसे बड़े ट्रैक एंड फील्ड इवेंट में से एक है। यह वर्ल्ड एथलेटिक्स कॉन्टिनेंटल टूर मीट का भी हिस्सा है।

टोक्यो ओलिंपिक में भाला फेंककर भारत के लिए स्वर्ण पदक जीतने वाले खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने एक नया कारनामा कर दिया है। नीरज ने फिनलैंड में पावो नुरमी गेम्स में अपना ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ दिया। चोपड़ा ने खेल के दौरान यहां 89.30 मीटर के अपने सर्वश्रेष्ठ थ्रो का प्रदर्शन किया। इसके साथ उन्होंने अपने ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड में सुधार कर रजत पदक जीत लिया। इससे पहले, नीरज ने टोक्यो ओलिंपिक के दौरान 87.58 मीटर का थ्रो कर राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया था। इस थ्रो के दम पर ही उन्होंने टोक्यो में ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीता था।

टोक्यो ओलंपिक में खेलने के बाद यह जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा का पहला टूर्नामेंट है और वह पहली बार फील्ड में उतरे। इस दौरान नीरज का सामना दिग्गज जेवलिन थ्रोअर्स से होना था। इसमें पूर्व चैंपियन जोहानेस वेटर और वर्ल्ड चैंपियन एंडरसन पीटर्स शामिल हैं। पीटर्स ने हाल ही में अपना पर्सनल बेस्ट सुधारा था और डायमंड लीग में 93.07 मीटर जैवलिन थ्रो किया था।

नीरज का यह 10 महीने के बाद पहला टूर्नामेंट था और उन्होंने दूसरे प्रयास में 89.30 का थ्रो किया जो कि अब उनका निजी सर्वश्रेष्ठ थ्रो बन गया है। उन्होंने पहले प्रयास में 86.92 मीटर थ्रो किया था। नीरज के तीसरे, चौथे और पांचवें प्रयास अमान्य रहे। नीरज ने अपने आखिरी प्रयास में 85.85 मीटर के थ्रो के साथ समापन किया। नीरज ने भले ही अपना राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ा लेकिन वह फिनलैंड के ओलिवियर हेलांडेर से पीछे रहकर दूसरे स्थान पर रहे, जिससे उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा।