वाराणसी: वाराणसी में पिछले रविवार को आयोजित नीट परीक्षा के दौरान सारनाथ के सोनातालाब स्थित केंद्र से पुलिस ने दूसरे अभ्यर्थी की जगह पर परीक्षा दे रही साल्वर गैंग की सदस्य पटना निवासी जूली कुमारी और परीक्षा केंद्र के बाहर से उसकी मां बबिता को गिरफ्तार किया था। बीएचयू बीडीएस छात्रा जूली कुमारी को गिरोह में सॉल्वर के तौर पर विकास महतो से संपर्क कराने वाले जूली के भाई अभय कुमार और लखनऊ केजीएमयू के डॉ. ओसामा शाहिद को पुलिस ने मंगलवार को पहड़िया से पकड़ा था। चारों इस समय जेल में बंद है। तभी से विकास महतो की तलाश में पुलिस की टीमें दबिश दे रही थी l
वाराणसी में नीट के सॉल्वर गैंग के सदस्यों की धर-पकड़ के लिए पुलिस की टीमें लगी हुई हैं। अब तक सदस्यों को गिरफ्तार किया है। जिसमें सॉल्वर गैंग का मास्टर माइंड प्रेम कुमार उर्फ पीके की तलाश जारी है। वह बिहार का रहने वाला है। पुलिस उसकी तलाश बिहार से लेकर त्रिपुरा तक कर रही है।
पुलिस आयुक्त ने बताया, पीके का पूरा नाम प्रेम कुमार उर्फ पीके उर्फ नीलेश है, जो बिहार छपरा के एकमा थाना क्षेत्र सेंधवा का निवासी है। इस समय वह बीएसएनएल टेलीफोन एक्सचेंज के सामने पाटलिपुत्र, पटना में सपरिवार रह रहा है। पीके के गिरोह में कई लोग जुड़े हुए हैं। फोटो शॉपर राजू कुमार ने पुलिस को बताया कि छोटे भाई दीपक के नाम से दीपक स्टूडियो है।
वहीं, शनिवार को दो सदस्य गिरफ्तार किए गए। जिन्होंने बताया कि वह किस तरह से एडमिट कार्ड में फोटो को बदल देते थे। विकास महतो और फोटो शॉपर राजू कुमार को सारनाथ पुलिस व क्राइम ब्रांच ने शनिवार को डूडा कार्यालय के पास से गिरफ्तार किया। दोनों के कब्जे से परीक्षा से संबंधित अभ्यर्थियों के शैक्षिक दस्तावेज, फोटोग्राफ, आधार कार्ड व एडमिट कार्ड के अलावा दो मोबाइल फोन व एक लैपटॉप बरामद हुआ है। दोनों बिहार के रहने वाले हैं। पुलिस की पूछताछ में कई अहम जानकारियां मिली हैं।
