स्वतंत्रता दिवस: भारत के 76वें स्वतंत्रता दिवस पर न सिर्फ राजधानी दिल्ली बल्कि देशभर में लोगों ने तिरंगा फहराकर आजादी का जश्न मनाया। लाल किले से लेकर देश के कोने-कोने में तिरंगा फहराया गया। युवा, बच्चे और बूढ़े सभी आजादी के जश्न में मगन रहे।
इसी क्रम में योगगुरु बाबा रामदेव ने आजादी की 76वीं वर्षगांठ पर तिरंगा यात्रा आयोजित की, जिसमे पतंजलि परिवार और मुस्लिम समाज एक साथ शामिल हुए, पतंजलि योगपीठ में ध्वजारोहण के बाद बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय और मदरसा छात्रों के साथ बाबा रामदेव ने तिरंगा यात्रा निकाली।
कई गांवों से गुजरने के बाद तिरंगा यात्रा बोड्डाहेड़ी गांव स्थित मदरसा पहुंची। यहां बाबा रामदेव को ध्वजारोहण करना था। बाबा रामदेव ने झंडे की रस्सी खींची, लेकिन गलत गिरह लगने के कारण ध्वज नहीं खुला। बाबा रामदेव ने जोर से झटका मारा तो झंडा टूट गया। ध्वज रस्सी और आधे डंडे समेत नीचे आ गिरा। इससे बाबा रामदेव सहित मौजूद सभी लोगों को असहज स्थिति का सामना करना पड़ा।
दरअसल, जिस डंडे पर झंडा लगाया गया था, वह काफी कमजोर था। इसलिए भी गिरह नहीं खुली और डंडा टूट गया। जिस समय हादसा हुआ, आसपास भारी संख्या में लोग मौजूद थे। झंडा टूटते ही माहौल खराब ना हो, इसलिए बाबा रामदेव ने खुद मोर्चा संभाला और सभी से संयम बनाए रखने के लिए कहा।
