राम मंदिर: अयोध्या में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियों के बीच एआईएमआईएम (AIMIM) नेता असदुद्दीन ओवैसी अपने विवादित बयान को लेकर एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं। आपको बता दें कि जहां एक तरफ 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए राम नगरी को सजाया जा रहा है। लोग राम भक्ति में सराबोर हैं। वहीं दूसरी ओर AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी लगातार राम मंदिर के निर्माण को लेकर सत्ता और विपक्ष पर अपना गुस्सा निकाल रहे हैं।
ओवैसीने कहा दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, जो भारत गठबंधन में भी हैं, का कहना है कि हम हर मंगलवार को सुंदरकांड पाठ और हनुमान चालीसा का आयोजन करेंगे। इस बारे में कोई कुछ नहीं बोलता क्योंकि वे सभी बहुसंख्यक समुदाय के वोटों को निशाना बनाने में व्यस्त हैं।’
दरअसल, ओवैसी कर्नाटक के कलाबुर्गी में पत्रकारों से बात कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा, ‘मुसलमानों ने 500 साल तक बाबरी मस्जिद में नमाज अदा की। जब कांग्रेस के जीबी पंत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, तब रात के अंधेरे में मस्जिद के अंदर मूर्तियां रख दी गई थीं। बाद में इन्हें हटाया भी नहीं गया। ये मेरी मस्जिद है और हमेशा रहेगी।
उन्होंने आगे कहा कि नायर उस समय अयोध्या के कलेक्टर थे। उन्होंने मस्जिद बंद कराकर वहां पर पूजा करने लगे। जब विहिप का गठन हुआ था तब राम मंदिर का अस्तित्व नहीं था। महात्मा गांधी ने कभी राम मंदिर के बारे में कुछ नहीं कहा।
उन्होंने कहा, ‘अगर जीबी पंत ने उन मूर्तियों को हटा दिया होता और 1992 में मस्जिद को ध्वस्त नहीं किया गया होता, तो क्या हमें इन चीजों को देखना पड़ता? हमारे कई सवाल हैं, जिनके कोई जवाब नहीं दे रहा है। बहुत ही योजनाबद्ध तरीके से बाबरी मस्जिद को भारतीय मुसलमानों से छीन लिया गया।
