बिहार विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद से ही लोजपा नेता चिराग पासवान प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निशाने पर रहे हैं. पर अब इस सियासत में एक नया ट्विस्ट देखने को मिल रहा है. दरअसल, बीते दिनों जेडीयू कोटे से केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह के मंत्रालय ने चिराग पासवान को अपना हिंदी सलाहकार बनाया है. हिंदी सलाहकार समिति में चिराग पासवान समेत बिहार के पांच लोगों को समिति का सदस्य बनाया गया है.
चिराग के नाम से सियासी गलियारे में चर्चा तेज हो गई है कि क्या जदयू के भीतर सब कुछ सही है या फिर अंदरखाने कोई ‘आग’ जल रही है? गौरतलब है कि पिछले साल संपन्न हुए बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान चिराग पासवान जनता दल यूनाइटेड का विरोध कर रहे थे. अपनी हर रैली में चिराग जनता से नीतीश की पार्टी को वोट न देने के लिए कह रहे थे. चिराग अपनी पार्टी और परिवार में टूट का जिम्मेदार नीतीश को ही बता रहे हैं.
