अयोध्या: उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी और लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी को 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के लिए निमंत्रण मिला है। सूत्रों के अनुसार, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के एक प्रतिनिधिमंडल द्वारा कांग्रेस नेताओं को निमंत्रण दिया गया है।समारोह के लिए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और एचडी देवेगौड़ा को भी निमंत्रण भेजा गया है। आने वाले दिनों में अन्य विपक्षी नेताओं को भी निमंत्रण भेजे जाने की संभावना है। हालांकि वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के समारोह में शामिल होने की संभावना कम है।
विभिन्न संप्रदायों के 4,000 संत समारोह में होंगे शामिल
ट्रस्ट का कहना है कि राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के लिए पूज्य संतों के साथ-साथ हर क्षेत्र में देश के सम्मान में योगदान देने वाले सभी प्रमुख व्यक्तियों को निमंत्रण दिया गया है। ट्रस्ट के मुताबिक, प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में विभिन्न संप्रदायों के लगभग 4,000 संत भाग ले सकते हैं। प्राण प्रतिष्ठा में अयोध्या के हर घर को आमंत्रित किया जाएगा।
अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर भारतीय रेलवे रामनगरी के आसपास के रेलवे स्टेशनों को सजाने-संवारने में जुटा है। प्राण प्रतिष्ठा से पहले देश के विभिन्न स्थानों से 1,000 स्पेशल ट्रेनें चलाने की योजना है। ये ट्रेनें 19 जनवरी से अयोध्या के लिए रवाना होंगी। ट्रेनों के जरिये देश के विभिन्न स्थानों से आने वाले श्रद्धालु रामलला के दर्शन कर सकेंगे।
रामनगरी अयोध्या में अभी से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, देश के विभिन्न हिस्सों से रोजाना 50 हजार श्रद्धालु अयोध्या पहुंच रहे हैं। राममंदिर के उद्घाटन के बाद यह संख्या दो से तीन गुना बढ़ जाएगी। इसलिए श्रद्धालुओं के लिए तमाम सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। अयोध्या में पूरे देश से श्रद्धालु आ रहे हैं। ऐसे में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रामनगरी में अलग-अलग भाषाओं में संकेतक लगाए जाएंगे।
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के प्रस्तावित कार्यक्रम में दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, बंगलुरु, पुणे, कोलकाता, नागपुर, जम्मू,पंजाब व हरियाणा सहित कई स्थानों से हजारों श्रद्धालु आएंगे। श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो और विकास कार्यों को निर्धारित समय से पहले पूरा करने के लिए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं।
