Education

लखनऊ विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय ऑनलाइन संगोष्ठी की हुई शुरुआत

लखनऊ विश्वविद्यालय में गुरुवार से तीन दिवसीय ऑनलाइन संगोष्ठी ‘एंटरप्रेन्योरशिप, फैमिली बिजनेस एंड आत्मनिर्भर भारत: द रोड अहेड’ की शुरुआत हुई। उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता ओ एस डी, प्रोफेसर एमके अग्रवाल ने की इसमें प्रोफेसर पीके मिश्रा कुलपति झारखंड टेक्निकल यूनिवर्सिटी और प्रोफेसर पी एस त्रिपाठी डीन एवं विभागाध्यक्ष एफएमएस बनारस हिंदू विश्वविद्यालय भी मौजूद थे।

संगोष्ठी की संचालिका डॉ निमिषा कपूर ने संगोष्ठी के विषय वस्तु की जानकारी दी कार्यक्रम के निर्देशक प्रोफ़ेसर अग्रवाल, मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता ने संगोष्ठी की अवधारणा और विषय पर विस्तार से चर्चा की। प्रोफेसर अग्रवाल ने बताया कि कैसे उद्यमिता एक रोजगार अवसर में बदल रहा है और हमारा देश कैसे आत्मनिर्भरता की तरफ बढ़ता जा रहा है। उद्यमिता और आत्मनिर्भरता वह अवसर है जो युवाओं को प्रोत्साहन और देश को विकास की तरफ ले जाएगा अतः सरकार, समाज और परिवार को भरपूर सहयोग देने के लिए प्रोफेसर अग्रवाल ने जोर दिया प्रोफेसर त्रिपाठी ने चर्चा की, कि किसी भी देश के विकास में उद्यमिता और पारिवारिक व्यवसाय अहम भूमिका निभाता है।

आत्मनिर्भरता और संतुलित विकास को बढ़ावा देने के लिए महिला उद्यमियों के सतत विकास की आवश्यकता है, किताबी ज्ञान से उठकर व्यावहारिक जान पर जोर दिया, मानव केंद्रित और ज्ञान केंद्रित समाज की स्थापना देश के विकास के लिए मूल मंत्र है। प्रोफेसर मिश्रा ने पारिवारिक व्यवसाय को बढ़ावा देने और उसे बनाए रखने के लिए सरकार के सहयोग एवं योगदान की आवश्यकता पर जोर दियाI उद्यमी सशक्तिकरण, न्यायिक व्यवस्था, वैश्विक प्रतिक्रिया, संरचना में परिवर्तन जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की। तीन दिवसीय संगोष्ठी में 40 से भी अधिक शोध पत्र शामिल है एवं तीन सत्रों में विभाजित है। संचालिका डॉ प्रिया ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया, कार्यक्रम में शिक्षकगण, विद्यार्थी व विभिन्न विश्वविद्यालयों के विद्याविद मौजूद थे।

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Most Popular

Uncategorized

उत्तर प्रदेश पुलिस का सिपाही मिशन शक्ति जैसे अभियान को दिखा रहा ठेंगा!दो बीवियों के बीच फसा उत्तर प्रदेश पुलिस का सिपाही,एक बीवी घर तो दूसरी को ले तैनाती क्षेत्र में रह रहा था! घर वालों को पता चलने पर दूसरी को छोड़ा तो दूसरी बीवी ने किया मुकदमा!उत्तर प्रदेश में कानून का रखवाला ही कानून की धज्जियां उड़ा रहा,शादीशुदा होने के बावजूद कई सालों से दूसरी महिला को पत्नी बनाकर साथ में रह रहा था! बताते चलें कि देवरिया जिले का सिपाही ना०पु०062620433 रवि प्रताप जो पहले से शादीशुदा था महाराजगंज में तैनाती के दौरान महाराजगंज की एक महिला को भी अपनी पत्नी बनाकर साथ में रखा हुआ था! कई सालों तक साथ में रहने के बाद जब घर वालों को पता चला तो वह दूसरी बीवी को छोड़कर भागने के फिराक में लग गया! लेकिन दूसरी बीवी उसे भागता देख जिले के ही पुलिस अधीक्षक के पास शिकायत लेकर पहुंची और सिपाही रवि प्रताप के खिलाफ 376,और 493/506, समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है! अब सवाल यह उठ रहा है कि ऐसी धाराओं में मुकदमा दर्ज होने के बाद भी सिपाही रवि प्रताप निश्चिंत होकर अपनी ड्यूटी गोंडा जिले के जीआरपी में कर रहा है और कानून के बीच के बीच फसाकर दूसरी बीवी को प्रताड़ित कर रहा है!आपको बताते चलें कि महाराजगंज जिले में यह मामला काफी चर्चा में रहा है लेकिन विभागीय होने के नाते पुलिस विभाग के द्वारा भी आज तक ना तो सिपाही रवि प्रताप को गिरफ्तार किया गया ना ही उसकी दूसरी पत्नी के लिए न्याय संगत कोई कदम उठाया गया! कागजी कार्यवाही में कोटा पूर्ति करके सिर्फ महिला को थाने कचहरी और कोर्ट तक भगाया गया अब प्रश्न यह उठता है कि जब एक व्यक्ति कई सालों तक उक्त महिला के साथ रह रहा था तो ऐसे में उस महिला के ऊपर पड़ने वाले खर्च का भार कौन उठाएगा और किस के भरोशे न्याय के नियत दर-दर भटकेगी! बात करने पर सिपाही रवि प्रताप की दूसरी पत्नी ने बताया कि सिपाही रवि प्रताप के रिश्तेदारों के द्वारा उसे जान से मारने की धमकी भी मिल रही है और तरह-तरह के कूट रचित योजनाओं सेवा किसी भी तरीके से मामले को सुलह के रास्ते पर ले जाना चाहता है! उक्त प्रकरण में जो कि मामला गिरफ्तारी का है कि बावजूद कानून व्यवस्था को ही इस्तेमाल कर उक्त सिपाही इस मामले से निकल अपनी रोटी सेक दूसरी महिला के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहा है! जहां उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मिशन शक्ति अभियान के तहत महिलाओं की सुरक्षा और उनके जीवन को मजबूत रखने के लिए तरह-तरह के कानून बना रहे हैं वहीं ऐसे भ्रष्ट और अयाश कानून के रखवाले सारे कानून को तोड़ सरकार की मंशा पर पानी फिरने का काम कर रहे हैं!(साक्ष्य मौजूद)

To Top