राजनीति: लोकसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच सीटों को लेकर तमाम अटकलों पर अब विराम लग गया है। क्योंकि अब कांग्रेस और सपा के बीच यूपी में गठबंधन हो गया है। सपा-कांग्रेस में गठबंधन को लेकर अटकलों को समाप्त करते हुए दोनों दल यूपी में साथ चुनाव लड़ने पर राजी हो गए हैं। दोनों दलों के नेताओं ने संयुक्त रूप से गठबंधन की औपचारिक घोषणा की हैं। कांग्रेस 80 में से 17 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस ने मप्र की एक सीट सपा को दी है।
इस दौरान सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कांग्रेस और सपा के बीच सीटों का बंटवारा तय होने पर एक्स के माध्यम से कहा कि सौहार्दपूर्ण गठबंधन की सबको बधाई और हार्दिक शुभकामनाएं।
बाबा साहब भीमराव आंबेडकर का संविधान बचाने के लिए, लोहिया के संख्यानुपातिक हिस्सेदारी के सिद्धांत को अमल में लाने के लिए, समाजवादी मूल्यों को सक्रिय करके बराबरी पर लाने और 90 प्रतिशत पीडीए को उनका हक दिलवाने के लिए सभी एक हो जाएं।
तय हुआ है कि कांग्रेस यूपी में 17 सीट पर चुनाव लड़ेगी। बाकी 63 सीटों पर उम्मीदवार समाजवादी पार्टी तय करेगी। इंडिया गठबंधन में शामिल अन्य किसी दल को सीट देने की जरूरत होगी तो वह समाजवादी पार्टी के कोटे से दी जाएगी। मध्य प्रदेश की खजुराहो सीट पर सपा उम्मीदवार उतारेगी।अन्य सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवार को सपा मदद करेगी।
बता दें कि यूपी में कांग्रेस रायबरेली, अमेठी, कानपुर नगर, फतेहपुर सीकरी, बांसगांव, सहारनपुर, प्रयागराज, महाराजगंज, वाराणसी, अमरोहा, झांसी, बुलंदशहर, गाजियाबाद, मथुरा, सीतापुर, बाराबंकी, देवरिया की सीटों पर लड़ेगी।
कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय ने कहा कि उम्मीद है कि 24 को मुरादाबाद से शुरू होने वाली दूसरे चरण की यात्रा में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि पहले सपा अध्यक्ष ने अमेठी- रायबरेली में यात्रा में शामिल होने की सहमति दी थी। किसी कारणवश वह शामिल नहीं हुए। दूसरे चरण की यात्रा के लिए उन्हें फिर से निमंत्रण दिया जा रहा है। उम्मीद है कि वह यात्रा में शामिल होंगे।
