यूपी चुनाव 2022: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बुधवार की शाम समाजवादी पार्टी के प्रचार के लिए वाराणसी पहुंचीं। एयरपोर्ट से वह टीएमसी समर्थकों के साथ सीधे गंगा सेवा निधि की ओर से कराई जाने वाली गंगा आरती के लिए निकल पड़ीं। दशाश्वमेध घाट पर आम श्रद्धालुओं की तरह घाट की सीढ़ियों पर बैठकर गंगा आरती शुरू होने का इंतजार करने लगी।
एयरपोर्ट से घाट जाते समय चेतगंज और गोदौलिया पर कुछ युवकों ने जय श्री राम का नारा लगाते हुए ममता के काफिले को हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने चेतगंज में जय श्रीराम का नारा लगाते हुए काले झंडे दिखाए। काला झंडा देखते ही ममता ने गाड़ी रोकी और सड़क पर उतर गईं। ममता के बाहर आते ही सुरक्षाकर्मियों के हाथ-पांव फूल गए। एक तरफ काला झंडा लिए हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ता नारेबाजी करते रहे और दूसरी तरफ ममता बनर्जी हाथ बांधकर उनको निहारती रहीं।
पुलिस नारेबाजी कर रहे कार्यकर्ताओं को हटाने की कोशिश कर रही थी और ममता बनर्जी सड़क पर खड़े होकर उनको देखती रहीं। करीब 10 मिनट तक जय श्रीराम और वापस जाओ के नारे लगते रहे लेकिन ममता वहीं खड़ी रहीं। इस दौरान ममता ने कहा कि हार के डर से यह सब हो रहा है। अब बिना हराए यहां से नहीं जाऊंगी।
प्रदर्शनकारियों को रोकने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। पुलिस ने कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में भी लिया है।यहां पुलिस भी मौजूद रही, लेकिन युवक के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी। दशाश्वमेध घाट पर गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्र ने उनका स्वागत किया।
