लखनऊ : राजधानी ने चिकित्सा के क्षेत्र में तमाम उपलब्धियां हासिल की हैं। अब प्रदेश के होम्योपैथिक अस्पतालों का निगरानी तंत्र मजबूत होगा। प्रदेश में 1575 होम्योपैथिक चिकित्सालय हैं। अब हर मंडल में एक मुख्य चिकित्सा अधीक्षक तैनात कर दिया गया है। वे अस्पतालों का निरीक्षण कर वहां की व्यवस्थाएं मुकम्मल कराएंगे।
मंडल स्तर पर तैनात होने वाले मुख्य चिकित्सा अधीक्षक का पद खाली होने की वजह से निगरानी की जिम्मेदारी सिर्फ जिला होम्योपैथिक अधिकारी की थी। ऐसे में अक्सर शिकायत मिलती थी कि अस्पताल प्रभारी कई दिनों तक अस्पातल से गायब रहते हैं। पिछले दिनों हुई विभागीय प्रोन्नति में सभी मंडल में एक-एक मुख्य चिकित्सा अधीक्षक की तैनाती कर दी गई।
इसके अलावा दो संयुक्त निदेशक भी लखनऊ मुख्यालय में कार्यरत रहेंगे। 18 मंडलों में सीएमएस तैनात होने से निगरानी बढ़ेगी। साथ ही नए चिकित्साधिकारियों को पदोन्नति का मौका मिलेगा। होम्योपैथिक निदेशक डा. आनंद चतुर्वेदी ने बताया कि कार्यभार ग्रहण करने के बाद सभी सीएमएस को अस्पतालों की व्यवस्थाएं दुरुस्त कराने का निर्देश दिया गया है।
