यूपी : भारत सरकार के राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत 2015-2021 तक निर्धारित सूचकांकों के आधार जिले में टीबी रोगियों के लिए किए गए कार्यों का सर्वे कराया गया था। इस सर्वे मे उत्तर प्रदेश में टीबी रोगियों को बेहतर इलाज देने के मामले में ललितपुर जिला अव्वल रहा है। बीते पांच सालों में जिले में चलाए गए राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत उत्कृष्ट कार्य करने पर जिले को राष्ट्रीय स्तर पर रजत पदक दिया गया।
सर्वे के बाद तैयार की गई रिपोर्ट में ललितपुर जिले को सबसे बेहतर माना गया। जिसके बाद जिले को रजत सर्टिफिकेट अवार्ड टीबी मुक्त स्टेटस प्रदान किया गया है। जबकि सात जिलों को कांस्य मिला है। प्रदेश में इस पुरस्कार के लिए 10 जिलों को चयनित किया गया था। मुजफ्फरनगर, उन्नाव, बलरामपुर, चंदौली, गौंडा, महराजगंज, सोनभद्र इन जनपदों को कांस्य पदक मिला l
इस सर्वे के लिए झांसी और लखनऊ के डब्लूएचओ परामर्शदाता 20 दिन तक जिले में डटे रहे। टीम ने क्षेत्र में भी सत्यापन करके मरीजों को दी गई सेवाओं और सुविधाओं की पड़ताल की। इसके साथ ही विभाग द्वारा दिए गए डाटा का एनआईआरटी चेन्नई के साइंटिस्ट डॉ. श्रीनिवासन द्वारा डाटा का सत्यापन किया गया।
इसके साथ ही टीम ने टीबी के लिए चिह्नित शहरी इलाकों और गांवों में टीबी मरीजों की स्थिति जानी गई। सर्वे के दौरान केमिस्टों से टीबी की विक्रय की गई दवाओं की जानकारी भी की गई। इस सर्वे प्रक्रिया में प्रदेश के अन्य 10 जिलों को भी शामिल किया गया था।
राष्ट्रीय क्षयरोग उन्मूलन कार्यक्रम में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए निर्धारित सूचकांकों की जांच में जिले को बेहतर पाया है। इस पर जनपद को रजत सर्टिफिकेट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। अब 24 मार्च को विश्व टीबी दिवस पर दिल्ली में सम्मान दिया जाएगा।