अफगानिस्तान की राजधानी पर तालिबानियों का कब्जा होने के बाद काबुल की हालत बिगड़ती जा रही हैं। हालांकि तालिबानियों द्वारा स्कूल और बाजार खोलने के आदेश दे दिए गए हैं परंतु लोगों में डर कुछ इस कदर बसा हुआ है कि अब भी माता-पिता अपने बच्चों को स्कूल भेजने में सहज महसूस नहीं कर रहे हैं। इस बीच जहां एक तरफ अमेरिका ने अपने सारे सैनिकों को वापस बुला लिया वहीं अब तालिबान का चीन के प्रति दोस्ताना देखकर अमेरिका समेत दुनिया के कई देशों में डर का माहौल भी पैदा हो रहा है।
वहीं दूसरी ओर ऐसी खबरें सामने आ रही है कि चीन द्वारा तालिबान को फंडिंग की जा रही है जिस की चिंता करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति से सवाल पूछा गया तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि तालिबान के साथ चीन की वास्तविक समस्या है। इसलिए वे तालिबान के साथ कुछ समझौता करने की कोशिश करने जा रहे हैं, मुझे यकीन है। जैसा पाकिस्तान करता है, वैसा ही रूस करता है, जैसा ईरान करता है। वे सभी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि तालिबान अब क्या करता है।
