पश्चिम बंगाल: पश्चिम बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाले में ED ने अर्पिता मुखर्जी और पार्थ चटर्जी से पूछताछ के बाद बड़ी कार्रवाई की है। आज शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी कोलकाता के सिटी सेशन कोर्ट पहुंचे।
इसके बाद अर्पिता मुखर्जी और पार्थ चटर्जी समेत दोनों पक्षों की ओर से सुनवाई समाप्त हुई। आदेश को सुरक्षित रखा गया है। सुनवाई के दौरान पार्थ के वकील ने कहा कि अब तक ऐसा कोई भी सामने नहीं आया, जिसने कहा हो कि पार्थ चटर्जी ने रिश्वत मांगी है। सीबीआई हो या ईडी किसी के सामने किसी ऐसे आरोप भी नहीं लगाए हैं।
क्या एजेंसियां ऐसा कोई गवाह पेश कर सकती हैं? पार्थ चटर्जी का मामले से कोई लेना-देना नहीं है। सीबीआई के आरोपों में जरा सी भी सच्चाई नहीं है। उनके वकील ने बताया कि 22 जुलाई को जब ईडी ने पार्थ के घर पर छापेमारी की, उस वक्त भी वहां से कुछ बरामद नहीं हुआ। अगर आप ऐसे व्यक्ति से सवाल करेंगे, जिसका मामले से कोई लेना-देना नहीं है, तो वह आपको सहयोग कैसे कर सकता है।
इधर शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के नाम 31 जीवन बीमा पॉलिसी का पता चला है। इतना ही नहीं सभी पॉलिसी के नामिनी पार्थ चटर्जी हैं। प्रवर्तन निदेशालय ने अपनी जांच में इसका खुलासा किया है।
