रक्षा मंत्रालय: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 19 November को झांसी में सेना के तीनों कमानों के प्रमुखों को आत्मनिर्भर भारत के तहत तैयार स्वदेशी रक्षा उपकरण सौंपेंगे। केंद्र सरकार ने भारतीय वायुसेना के जगुआर विमान के लिए दो फिक्स्ड बेस फुल मिशन सिमुलेटर की खरीद के लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के साथ एक समझौते पर दस्तखत किए हैं।
रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि इसके साथ ही पांच साल का व्यापक वार्षिक रखरखाव अनुबंध भी किया गया है। दोनों की कुल लागत 357 करोड़ रुपये है।
नरेंद्र मोदी 19 November को झांसी में सेना को हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) की ओर से डिजाइन और विकसित लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर (एलसीएच) को वायु सेना प्रमुख को, भारतीय स्टार्टअप द्वारा डिजाइन और विकसित किए गए ड्रोन व यूएवी को थल सेनाध्यक्ष को और डीआरडीओ द्वारा डिजाइन किए गए तथा भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) द्वारा नौसेना के जहाजों के लिए निर्मित उन्नत इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट को नौसेनाध्यक्ष को सौंपेंगे।