Education

एनटीए ने जारी की अधिसूचना, अब यूपीसीईटी के अंकों के आधार पर होगा एकेटीयू में प्रवेश

उत्तर प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (UPCET) 2021 के अंकों के माध्यम से एकेटीयू के एमबीए प्रोग्राम में प्रवेश देने का निर्णय लिया है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने इस संबंध में अपनी आधिकारिक वेबसाइट  nta.ac.in पर एक अधिसूचना जारी की है। आधिकारिक नोटिस के अनुसार अब विद्यार्थी कॉमन मैनेजमेंट एडमिशन टेस्ट (सीएमएटी) और यूपीसीईटी दोनों के अंकों के आधार पर डाॅ एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय (एकेटीयू) में दाखिला ले सकते हैं।

यूपीसीईटी के माध्यम से इन विश्वविद्यालयों में मिलेगा प्रवेश
शैक्षणिक वर्ष 2021 के लिए डॉ एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय (एकेटीयू) लखनऊ, मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एमएमएमयूटी) गोरखपुर और हरकोर्ट बटलर तकनीकी विश्वविद्यालय (एचबीटीयू), कानपुर द्वारा प्रस्तावित विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए यूपीसीईटी के अंकों का उपयोग किया जाएगा।

यह है निर्णय लेने की वजह
दरअसल, राज्य सरकार को यह सूचित किया गया था कि कई छात्र कोरोना महामारी की वजह से सीएमएटी 2021 में उपस्थित नहीं हो सके थे। जिसकी वजह से कई विद्यार्थी एकेटीयू विश्वविद्यालय के एमबीएस प्रोग्राम में प्रवेश लेने में असमर्थ हैं। यही वजह है कि राज्य सरकार ने बड़ी भागीदारी सुनिश्चित करने और सीएमएटी 2021 में उपस्थित नहीं होने वाले उम्मीदवारों को राहत प्रदान करने के लिए, यूपीसीईटी 2021 अंकों के आधार पर एकेटीयू में प्रवेश देने का निर्णय लिया है।

6 जुलाई तक आवेदन का समय
जिन अभ्यर्थियों ने अभी भी यूपीसीईटी 2021 के लिए आवेदन नहीं किया है, वे 6 जुलाई, 2021 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। सुधार विंडो 8 जुलाई को खुलेगी और 14 जुलाई 2021 को बंद हो जाएगी। परीक्षा के लिए आवेदन करने का आधिकारिक लिंक यूपीसीईटी की आधिकारिक साइट upcet.nta.nic.in पर उपलब्ध है।

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Most Popular

Uncategorized

उत्तर प्रदेश पुलिस का सिपाही मिशन शक्ति जैसे अभियान को दिखा रहा ठेंगा!दो बीवियों के बीच फसा उत्तर प्रदेश पुलिस का सिपाही,एक बीवी घर तो दूसरी को ले तैनाती क्षेत्र में रह रहा था! घर वालों को पता चलने पर दूसरी को छोड़ा तो दूसरी बीवी ने किया मुकदमा!उत्तर प्रदेश में कानून का रखवाला ही कानून की धज्जियां उड़ा रहा,शादीशुदा होने के बावजूद कई सालों से दूसरी महिला को पत्नी बनाकर साथ में रह रहा था! बताते चलें कि देवरिया जिले का सिपाही ना०पु०062620433 रवि प्रताप जो पहले से शादीशुदा था महाराजगंज में तैनाती के दौरान महाराजगंज की एक महिला को भी अपनी पत्नी बनाकर साथ में रखा हुआ था! कई सालों तक साथ में रहने के बाद जब घर वालों को पता चला तो वह दूसरी बीवी को छोड़कर भागने के फिराक में लग गया! लेकिन दूसरी बीवी उसे भागता देख जिले के ही पुलिस अधीक्षक के पास शिकायत लेकर पहुंची और सिपाही रवि प्रताप के खिलाफ 376,और 493/506, समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है! अब सवाल यह उठ रहा है कि ऐसी धाराओं में मुकदमा दर्ज होने के बाद भी सिपाही रवि प्रताप निश्चिंत होकर अपनी ड्यूटी गोंडा जिले के जीआरपी में कर रहा है और कानून के बीच के बीच फसाकर दूसरी बीवी को प्रताड़ित कर रहा है!आपको बताते चलें कि महाराजगंज जिले में यह मामला काफी चर्चा में रहा है लेकिन विभागीय होने के नाते पुलिस विभाग के द्वारा भी आज तक ना तो सिपाही रवि प्रताप को गिरफ्तार किया गया ना ही उसकी दूसरी पत्नी के लिए न्याय संगत कोई कदम उठाया गया! कागजी कार्यवाही में कोटा पूर्ति करके सिर्फ महिला को थाने कचहरी और कोर्ट तक भगाया गया अब प्रश्न यह उठता है कि जब एक व्यक्ति कई सालों तक उक्त महिला के साथ रह रहा था तो ऐसे में उस महिला के ऊपर पड़ने वाले खर्च का भार कौन उठाएगा और किस के भरोशे न्याय के नियत दर-दर भटकेगी! बात करने पर सिपाही रवि प्रताप की दूसरी पत्नी ने बताया कि सिपाही रवि प्रताप के रिश्तेदारों के द्वारा उसे जान से मारने की धमकी भी मिल रही है और तरह-तरह के कूट रचित योजनाओं सेवा किसी भी तरीके से मामले को सुलह के रास्ते पर ले जाना चाहता है! उक्त प्रकरण में जो कि मामला गिरफ्तारी का है कि बावजूद कानून व्यवस्था को ही इस्तेमाल कर उक्त सिपाही इस मामले से निकल अपनी रोटी सेक दूसरी महिला के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहा है! जहां उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मिशन शक्ति अभियान के तहत महिलाओं की सुरक्षा और उनके जीवन को मजबूत रखने के लिए तरह-तरह के कानून बना रहे हैं वहीं ऐसे भ्रष्ट और अयाश कानून के रखवाले सारे कानून को तोड़ सरकार की मंशा पर पानी फिरने का काम कर रहे हैं!(साक्ष्य मौजूद)

To Top