इंस्टीट्यूट ऑफ टूरिज्म स्टडीज, लखनऊ विश्वविद्यालय ने छात्रों के लिए कैरियर वृद्धि पर एक विशेष सत्र का आयोजन 29 जून 2021 को किया गया। इस अवसर पर अतिथि वक्ता डॉ. शमा महमूद, विभागाध्यक्ष, मध्यकालीन और आधुनिक इतिहास विभाग ने बताया कि कैसे छात्र उद्योग के लिए तैयार होने के लिए कौशल विकसित कर सकते हैं। उनके भाषण का विषय इतिहासकार के दृष्टिकोण से “मध्यकालीन भारत के स्मारकों का परिचय” था क्योंकि इतिहास और पर्यटन के विषय निकटता से जुड़े हुए हैं। उन्होंने पर्यटकों को स्मारकों को समझाते समय उनसे जुड़ी सही शब्दावली का उपयोग करने के महत्व पर जोर दिया।
प्रो. मधुरिमा प्रधान, निदेशक, परामर्श एवं मार्गदर्शन प्रकोष्ठ, लखनऊ विश्वविद्यालय इस ऑनलाइन कार्यक्रम की मुख्य अतिथि थीं। उन्होंने कहा कि सी. जी. सी. छात्रों की भलाई की निगरानी के लिए लगातार ऑनलाइन कार्यक्रम आयोजित कर रहा है और साथ ही करियर में वृद्धि पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, जिससे वर्तमान कोविड की स्थिति का लाभकारी उपयोग हो रहा है। इंस्टीट्यूट ऑफ टूरिज्म स्टडीज की समन्वयक डॉ. अनुपमा श्रीवास्तव ने इस ऑनलाइन कार्यक्रम का संचालन किया। कार्यक्रम में शामिल होने वाले अन्य प्रमुख सदस्यों में एस एम एच रिजवी, डॉ अमर तिवारी, डॉ सुयश यादव, डॉ मनीषा सहित छात्र शामिल थे।