जौनपुरः सुल्तानपुर के चांदा निवासी चालक राज नारायण तिवारी ने डीसीएम में वाराणसी से एक कंपनी के टावर की पांच बैटरियां लादी थीं। चालक के मुताबिक, एक बैटरी की कीमत 20 लाख रुपये है। वह बैटरियां लेकर लखनऊ जा रहे थे। रात 12:30 बजे रास्ते में जलालपुर थाना क्षेत्र के त्रिलोचन के पास कार सवार चार बदमाशों ने गाड़ी को ओवरटेक करके रोक लिया।
इसके बाद पिस्टल सटाकर डीसीएम कब्जे में ले लिया और राज नारायण घायल कर दिया। उसने स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस को सूचना दी। सूचना पर बक्शा, महराजगंज, बदलापुर पुलिस ने घेराबंदी की तो बदमाश रात डेढ़ बजे हिलाली के पास बैटरियां और ट्रक छोड़कर फरार हो गए। पुलिस ने इन्हें कब्जे में ले लिया। आरोपी की तलाश जारी है। डीसीएम ट्रक को बक्शा थाने में खड़ा किय गया।
एक करोड़ रुपये की बैटरियों से लदी डीसीएम के लूटे जाने की घटना का मात्र डेढ़ घंटे में पर्दाफाश कर अपनी पीठ थपथपाने वाली जौनपुर पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। बैटरियों से लदी डीसीएम ट्रक को बक्शा थाने में खड़ा किया गया था। घटना के 24 घंटे बाद गुरुवार सुबह उसी डीसीएम से पांच बोरा गांजा बरामद हुआ। बरामद गांजे का वजन करीब एक क्विंटल बताया जा रहा है। इस पूरे प्रकरण को एसपी अजय साहनी ने गंभीरता से लिया है। बक्शा थानाध्यक्ष विनोद कुमार को इसके लिए तलब किया गया है।
वहीं इस खबर के बाद पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठने लगे हैं। लोगों का कहना है कि क्या बुधवार को पुलिस ने उक्त वाहन की जांच नहीं की थी। अगर ट्रक में गांजा की जगह बम रखा होता तो क्या होता। फिलहाल इस घटना की चर्चा पूरे क्षेत्र में है।
