जन्मदिन: सुरों की मल्लिका लता मंगेशकर की आवाज का जादू आज भी लोगों के सिर चढ़कर बोलता है। उनकी आवाज का जादू भारत मे ही नही बल्कि बाहरी देशों पर भी चला है, छोटी उम्र से लता ने संगीत को अपना जीवन बना लिया था। उनकी आवाज लोगों को प्यार का एहसास कराती है, आज भी सुरों की मल्लिका का मुकाबला कोई सिंगर नहीं कर पाया है।
लता मंगेशकर आज अपना 92वां (जन्म 28 सितंबर, 1929 इंदौर) जन्मदिन मना रही है। उन्होने अब तक 20 भाषाओं में 30,000 से भी अधिक गाने गाए हैं। लता मंगेशकर ने दशकों तक संगीत की दुनिया को अपनी सुरीली आवाज से सजाया है। कभी दीदी की आवाज ने देशभक्ति से ओत-प्रोत किया तो कभी खोई मोहब्बत को जगाया और कई बार तो आंखों में आंसू भी ला दिए। उनकी आवाज में जो शालीनता और मधुरता है वो दुबारा कभी देखने को नहीं मिली।
लता मंगेशकर ने अपने करियर में कई हजारों गानों को अपनी आवाज दी हैं तथा उनके नाम कई रिकॉर्ड दर्ज हैं। एक समय था जब प्रत्येक मूवी के 80 प्रतिशत गाने लता जी गाती थीं। उनकी जोड़ी मोहम्मद रफी के साथ खास मानी जाती थी। उन्हें कई बड़े सम्मान भी प्राप्त हुए हैं। इनमें देश का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न, पद्म विभूषण, पद्म भूषण, दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड, नेशनल फिल्म अवॉर्ड सहित कई बड़े पुरस्कार तथा सम्मान सम्मिलित हैं।
