यूपी : लखीमपुर खीरी मामले को लेकर किसान आंदोलन को विस्तार देने के फिराक में, किसान यूनियन के मंसूबों को नाकाम करने के लिए पुलिस विभाग ने पुख्ता इंतजाम किए हैं। एक तरफ प्रभावित जिलों में अफसरों की पूरी फौजदार दी गई है वहीं दूसरी ओर पुलिस विभाग में सभी तरह के अफसरों व कर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं।
जानकारी के अनुसार किसान आंदोलन को बढ़ने से किसी भी हाल में रोकने के लिए पुलिस महकमे ने कमर कस ली है। जिलों में अधिकारियों की फौज भेजने के बाद अब जिलों से पीएसी व अर्ध सैनिक बल की मांग की जा रही है।
उधर, लखीमपुर में मारे गए किसानों की अरदास मंगलवार को लखीमपुर खीरी में ही होनी है। इसमें भी बड़ी संख्या में भीड़ जुटने का अनुमान लगाया जा रहा है। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि भीड़ किसी भी हाल में न जुटने पाए। इसके लिए किसानों से लगातार वार्ता भी की जा रही है।
डीजीपी मुख्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि किसान आंदोलन को लेकर जो संवेदनशील जिले हैं, वहां पुलिस अधिकारियों के साथ-साथ जरूरत के हिसाब से पीएसी व अर्ध सैनिक बल के जवान दिए जा रहे हैं। वहीं वाराणसी, मिर्जापुर, लखनऊ और कानपुर में दुर्गा पूजा और दशहरा को लेकर पीएसी की डिमांड की गई।
