जम्मू में संदिग्ध ड्रोन ने सेना और सरकार की चिंता बढ़ा दी है। बीती रात जम्मू में तीन बार ड्रोन दिखाई दिए। जानकारी के मुताबिक, रात करीब 1 बजे रत्नचूक में और उसके बाद तीन और चार बजे कुंजवानी में ड्रोन दिखाई दिए। अब तक की पड़ताल के मुताबिक, ड्रोन ऊंचाई पर उड़ रहे थे, लेकिन यह साफ है कि उनके निशाने पर सेना के अहम ठिकाने थे। ऊंचाई अधिक होने के कारण सेना इन पर कोई कार्रवाई नहीं कर सकी।
जम्मू के टेक्निकल एयरपोर्ट पर संदिग्ध ड्रोन से किए गए दो हमने के बाद यह लगातार तीसरी घटना है। इससे पहले सोमवार को कालूचक में ड्रोन दिखाई दिए थे। सोमवार रात ड्रोन पूरे 15 मिनट तक मंडराते रहे और कोई कार्रवाई की जाए, इससे पहले गायब हो गया। इस बीच, जम्मू टेक्निकल एयरपोर्ट पर हमले की जांच एनआईए को सौंप दी गई है।
भारत ने संयुक्त राष्ट्र में आतंकवादियों द्वारा ड्रोन के इस्तेमाल का मुद्दा उठाया है। विशेष सचिव वीएसके कौमुदी ने कहा, ‘आतंकवादी उद्देश्यों के लिए उभरती नई टेक्नोलॉजी का दुरुपयोग आतंकवाद के सबसे गंभीर खतरों के रूप में उभरा है।’ उन्होंने कहा, ‘आज, आतंक के प्रचार, कट्टरता बढ़ाने और कैडर की भर्ती के लिए इंटरनेट और सोशल मीडिया जैसी सूचना और संचार प्रौद्योगिकी का दुरुपयोग किया जा रहा है। इसके अलावा आतंकवाद के वित्तपोषण के लिए नई भुगतान विधियों और क्राउडफंडिंग प्लेटफॉर्म का दुरुपयोग हो रहा।’