वाराणसी: जब किसी व्यक्ति की डेड बॉडी बरामद होती है तो पुलिस सबसे पहले शव का पंचनामा भरकर उसे पीएम यानी पोस्टमार्टम के लिए भेजती है। सड़क दुघर्टना, इलाज के दौरान मौत होने के बाद अब संबंधित व्यक्ति के पोस्टमार्टम के लिए परिजनों को इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
अब तक पोस्टमार्टम हाउस पर कार्य दोपहर एक बजे के बाद शुरू होता था, लेकिन अब हर दिन सुबह 9.30 बजे से शाम पांच बजे तक पोस्टमार्टम होगा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सकों के बारे में स्पष्ट जानकारी न होने की वजह से कई बार न्यायालयीय कार्य में बाधा आती है। ऐसे में जरूरी है कि पोस्टमार्टम करने वाले प्रत्येक चिकित्सकों का नाम, पदनाम, वरिष्ठता क्रम व मोबाइल नंबर अंकित मोहर पोस्टमार्टम हाउस में उपलब्ध कराया जाए।
जानकारी देते हुए सीएमओ डॉ. संदीप चौधरी ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश के बाद मंडलीय अस्पताल के एसआईसी, दीनदयाल अस्पताल, शास्त्री अस्पताल रामनगर के सीएमएस को पत्र भेजकर चिकित्सकों का ड्यूटी चार्ट हर महीने 25 तारीख तक भेजने का निर्देश दिया गया है।
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि एक बजे के बाद पोस्टमार्टम शुरू होने के साथ ही ड्यूटी में लगे चिकित्सक अपनी ड्यूटी के संबंध में आपत्ति दर्ज कराते हुए आनाकानी करते हैं, यह उचित नहीं है। आकस्मिक स्थिति में यदि रात को पोस्टमार्टम करना हुआ तो उस रोज दिन में ड्यूटी करने वाले चिकित्सक ही उसे करेंगे।
ऐसे लगेगी चिकित्सकों की ड्यूटी
1 से 5 तारीख मंडलीय अस्पताल के चिकित्सक
6 से 10 तारीख दीनदयाल अस्पताल के चिकित्सक
11 से 15 तारीख लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल रामनगर
16 से महीने के अंत तक सीएमओ कार्यालय से ड्यूटी लगेगी