मथुरा: जहां एक ओर डेंगू जैसी महा मारी चारों ओर देखने को मिल रही है तथा सभी जगह के स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ नगर पंचायत ग्राम पंचायत नगर पालिका नगर महापालिका सक्रिय नजर आ रही है मगर राधाकुंड नगर पंचायत की लापरवाही कहीं प्रशासन पर ना पड़ जाए भारी ऐसा ही नजारा देखने को मिल रहा है राधा कुंड में जहां स्थानीय नागरिकों की बात माने तो राधा कुंड के हर एक मोहल्ले में दो व दो से अधिक डेंगू पेशेंट देखने को मिल रहे हैं जिसमें ललिता नामक एक लड़की की डेंगू जैसी महामारी ने जान भी ले ली थी मगर स्वास्थ्य विभाग की टीम है कि राधा कुंड में कोई भी जांच कराने का नाम नहीं ले रही जब मीडिया कर्मी ने स्वास्थ्य विभाग अधिकारी गोवर्धन से बात की तो उन्होंने बताया कि राधा कुंड में अभी तक कोई भी ऐसा मामला संज्ञान में नहीं आया है वही जब मीडिया की टीम ने राधा कुंड कस्बे के कुछ एरिया में स्थानीय नागरिकों से बात की तो उन्होंने बताया कि हमारे मोहल्ले में 10 से 12 परसेंट डेंगू से परेशान है अभी तक प्रशासन की ओर से हमारे यहां कोई भी दवाइयों का छिड़काव नहीं हुआ है गॉर देने की बात यह है की एक परिवार की हंसती खेलती करीब 14 साल की बच्ची ने अपना इलाज के दौरान दम तोड़ दिया मगर नगर पंचायत राधा कुंड को अभी तक इस बात की भनक तक ना लगी इसकी जानकारी मृतका ललिता के परिजनों ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि उनके मोहल्ले में भी दो से तीन डेंगू पीड़ित हैं अगर इसी प्रकार से डेंगू पेशेंट राधा कुंड में देखने को मिलते हैं तो राधा कुंड को आगरा फिरोजाबाद बनने में कोई भी समय नहीं लगेगा अब देखना यह है ललिता की मौत एवं राधा कुंड में पाए जाने वाले मरीजों से स्वास्थ्य विभाग एवं नगर पंचायत राधा कुंड क्या सबक लेती है।
