अफगानिस्तान: अफगानिस्तान में आर्थिक संकट के चलते न तो रोजगार है और न ही कोई काम, ऊपर से तालिबान का खौफ अलग से है। ऐसे में देश छोड़कर जाने वालों की संख्या काफी बढ़ी है। भीषण आर्थिक और सामाजिक संकट से जूझ रहे अफगानिस्तान में इस समय हालात बेहद गंभीर बने हुए हैं। गरीबी, भुखमरी और बेरोजगारी से जूझ रहे अफगानिस्तान में लोगों का जीवनयापन काफी मुश्किल साबित हो रहा है।
ऐसे में देश के लोगों का कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन वैरिएंट से बचना काफी मुश्किल माना जा रहा है। हालांकि, पाकिस्तान-चीन से उलट भारत इस मुश्किल हालात में अफगान लोगों की मदद के लिए आगे आया है। विदेश मंत्रालय ने शनिवार को जानकारी दी है कि भारत की तरफ से काबुल के इंदिरा गांधी अस्पताल को 5 लाख कोरोनावायरस वैक्सीन- कोवाक्सिन की डोज दान की गई हैं।
मंत्रालय के मुताबिक, भारत सरकार अफगानिस्तान के लोगों की मदद के लिए प्रतिबद्ध है और अगले कुछ हफ्तों में अफगानिस्तान को कोवाक्सिन की पांच लाख डोज का एक पैकेज और भेजा जाएगा। इसके अलावा अफगान लोगों को भुखमरी से बचाने के लिए अनाज और जीवनरक्षक दवाएं भी भेजी गई हैं। विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि इस महीने की शुरुआत में ही भारत ने अफगानिस्तान को 1.6 टन चिकित्सीय मदद भेजी है। यह मदद विश्व स्वास्थ्य संगठन के जरिए भेजी गई। अगले हफ्तों में आगे भी मदद भेजी जाएगी।