आर्थिक संकट: श्रीलंका पिछले कुछ समय से महंगाई और गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। श्रीलंका में आर्थिक संकट इतना बढ़ गया है कि इसने कई लोगों के मुंह से निवाला तक छीन लिया है l श्रीलंका के आर्थिक संकट को देखते हुए नेपाल देश के आर्थिक स्थिति को लेकर सतर्कता बरतना शुरू कर दिया है। भारत से 300 वस्तुओं पर पाबंदी के साथ आम लोगों को आत्मनिर्भर बनने के लिए बातें कही जा रही हैं।
नेपाल राष्ट्र बैंक ने खत लिखकर केंद्रीय वित्त मंत्रालय से कहा है कि पेट्रोलियम उत्पाद के आयात को नियंत्रित करें। वहीं बैंकों को यह भी कहा गया है कि वे किसी प्रकार के बेवजह के लोन देने से बचें। श्रीलंका की स्थिति को देखने के बाद अब नेपाल अपनी अर्थव्यवस्था को लेकर चिंतित है। नेपाल का केंद्रीय बैंक नेपाल राष्ट्र बैंक अर्थव्यवस्था को संभालने में जुट गया है।
बैंक अधिकारियों का कहना है कि केंद्रीय बैंक का यह फैसला डूबती अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए है। नेपाल केंद्रीय बैंक ने वित्त मंत्रालय को सुझाव दिया है कि इस रकम में कटौती कर इसे 12-13 अरब रुपये करे। नेपाल के तेल निगम के कार्यवाहक प्रबंध निदेशक नागेंद्र शाह ने कहा कि अगर सुझाव मान लिया जाता है, तो पूरे नेपाल में पेट्रोल डीजल का गंभीर संकट हो सकता है। नेपाल सरकार ने लोगों को आत्मनिर्भर बनने पर जोर दिया है। सरकार का कहना है कि हर एक वस्तु आयात करने से देश का पैसा बाहर जाएगा।
सरकार ने सरकारी खर्च में कटौती के लिए दो दिन का सार्वजनिक अवकाश देने का फैसला किया है। जिसमे शनिवार को सार्वजनिक सरकारी अवकाश शामिल है। अब शुक्रवार को भी सरकार की तरफ अवकाश रहेगा।
