अमरनाथ यात्रा 2022 : अमरनाथ यात्रा कोरोना संकट की वजह से पिछले 2 साल से यह यात्रा रद्द चल रही थी, लेकिन इस साल इसे फिर से शुरू करने का निर्णय लिया गया है। यह भगवान शिव के भक्तों के लिए अच्छी खबर है। इसी क्रम में पहला जत्था 30 जून यानी आज से रवाना किया जायेगा । आज से पवित्र अमरनाथ गुफा की यात्रा शुरू हो चुकी है। इस साल की अमरनाथ यात्रा 30 जून से आरंभ होकर 11 अगस्त तक चलेगी।
ज्येष्ठ पूर्णिमा पर श्रीअमरनाथ की पवित्र गुफा (अनंतनाग)में वैदिक मंत्रोच्चारण और हर-हर महादेव के जयघोष के बीच प्रथम पूजा की गई। गुफा में हिमलिंग स्वरूप बाबा बर्फानी पूरे आकार में विराजमान होकर दर्शन दे रहे हैं। प्रथम पूजा यात्रा की पारंपरिक शुरुआत का प्रतीक है। अमरनाथ यात्रा 11 अगस्त को रक्षाबंधन वाले दिन संपन्न होगी।
2 साल के बाद वो वक्त आ गया है जब शिवभक्त अमरनाथ यात्रा पर फिर से जा रहे हैं। 11 अप्रैल से अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया आरंभ हुई थी और जानकारी मिली है कि अभी तक 3 लाख रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। यह 43 दिवसीय यात्रा दो मार्गों से 30 जून से शुरू होगी, जिसमें दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबा नुनवान और मध्य कश्मीर के गंदेरबल में 14 किलोमीटर लंबा छोटा मार्ग बालटाल है। यात्रा शुरू होने से एक दिन पहले जम्मू में भगवती नगर और राम मंदिर से साधुओं समेत श्रद्धालुओं का पहला जत्था कश्मीर के दोनों आधार शिविरों के लिए रवाना हुआ था।
अमरनाथ यात्रा हर साल जम्मू और कश्मीर के पहलगाम से आयोजित की जाती है। अमरनाथ यात्रा पहलगाम से अमरनाथ की पवित्र गुफा पर खत्म होती है। इस यात्रा को हिंदू धर्म में काफी पवित्र माना जाता है। अमरनाथ की पवित्र गुफा चारों ओर बर्फ के पहाड़ों से ढकी रहती है साल में केवल कुछ समय के लिए लिए गुफा से बर्फ हटती है तब यह श्रद्धालुओं के लिए खोली जाती है। चुनौतीपूर्ण पहाड़ी रास्तों से गुजरकर हर साल लाखों श्रद्धालु इस यात्रा को पूरा करते हैं।
