मानव तस्करी: लोकसभा चुनाव के चलते अयोध्या में पुलिस हाइवे पर वाहनों की चेकिंग के दौरान बिहार के विभिन्न जिलों से 99 बच्चों को बस से सहारनपुर ले जा रहे पांच मौलवियों को राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सक्रियता से मानव तस्करी विरोधी इकाई ने पकड़ लिया।
सभी को लखनऊ के मुमताज शरणालय में रखा गया है। पुलिस मौलवियों से पूछताछ कर पूरे रैकेट की जानकारी हासिल करने में जुटी है। बच्चों की उम्र नौ से 12 वर्ष के बीच है।
बाल कल्याण समिति की सदस्य डॉ. शुचिता चतुर्वेदी को सूचना मिली थी कि बिहार के अररिया और पूर्णिया से सहारनपुर के देवबंद में कई बच्चों को अवैध तरीके से ले जाया जा रहा है। उन्होंने सूचना एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट को दी। इसके बाद यूनिट और अयोध्या पुलिस की टीम ने शहर के बड़ी देवकाली स्थित हाईवे पर एक बस को रोका। बस में 95 बच्चे मिले। उनके साथ पांच मौलवी थे। संयुक्त टीम सभी बच्चों और मौलवी को पूछताछ के लिए सिविल लाइन ले गई, जहां घंटों तक पूछताछ हुई। मौलवी पुलिस को गुमराह करते रहे।
बता दें कि लोकसभा चुनाव के चलते अयोध्या में पुलिस हाइवे पर वाहनों की चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान पुलिस को ये बड़ी कामयाबी मिली। बस में सवार बच्चों की उम्र दो से 12 वर्ष है। सभी बच्चे बिहार के रहने वाले बताएं जा रहे हैं। आशंका जताई जा रही है कि मामला ह्यूमैन ट्रैफिकिंग से जुड़ा हो सकता है लेकिन इसकी कोई पुष्टि नहीं हुई है। पूरे मामले का पता लगाने के लिए अब अयोध्या पुलिस इन बच्चों के परिवार वालों से संपर्क करने में लगी है। सूत्रों के अनुसार, बच्चे नहीं जानते, उन्हें कहां ले जा रहे थे। मौलवी की ओर से दी गई जानकारी भी झूठी निकली। बच्चों के माता पिता का नाम व सहमति पत्र भी मौलवियों के पास नहीं है। कई बच्चे अनाथ भी हैं।