बड़ी सफलता: पिछले कुछ सालों में रक्षा क्षेत्रों में हुए बदलाव और आत्मनिर्भरता के लिए उठाए गए कदमों का असर अब दिखाई देने लगा है। भारतीय रक्षा कंपनियां कई विदेशी कंपनियों को पीछे छोड़कर खुद को स्थापित कर रही हैं। इसी के तहत बंगलूरू की एसएसएस डिफेंस छोटे हथियारों व गोला-बारूद की निर्माता कंपनी है। इस कंपनी ने ही भारतीय सेना के लिए कलाश्निकोव राइफल को अपग्रेड किया था। अधिकारियों का कहना है कि यह भारतीय फर्म दक्षिणी पश्चिमी कमान की एक सेना इकाइ्र के पास 24 एके-47 राइफल को अपग्रेड करेगी। अगर यह अपडेटशन सही से हुआ तो कंपनी को और बड़े ऑर्डर भी मिल सकते हैं।
भारतीय सेना की एके-47 असॉल्ट राइफल को अपग्रेड करने के लिए सबसे कम बोली लगाने वाली कंपनियों में बंगलूरू की एसएसएस डिफेंस सामने आई है। इस रक्षा कंपनी ने अपने प्रतिद्वंदी इस्त्राइल को बोली में पछाड़ दिया है।
सैन्य अधिकारियों का कहना है कि एके-47 भारतीय सेना का एक बुनियादी हथियार है। इस हथियार ने सेना की कई आवश्यकताओं को पूरा किया है। अधिकारियों का कहना है कि एसएसएस डिफेंस भारतीय सेना के इस हथियार को और भी ज्यादा खतरनाक और काम करने में आसान बना देगी। उन्होंने बताया कि इस अपग्रेडेशन में टेक्टिकल फ्लैशलाइट, लेजर लाइट, फ्लैश हैडर, डस्ट कवर, हैंड गार्ड व कई तरह के ग्रिप भी शामिल हैं।
