रामनाथ कोविन्द: भारत के 14वें और वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 1 Oct. 2021 शुक्रवार को 76 वर्ष के हो गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कोविंद के जन्मदिन पर उनके अच्छे स्वास्थ्य और लंबे जीवन की कामना की। वे 25 जुलाई 2017 को 14वें राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित हुए। 25 जुलाई 2017 को भारतीय उच्चतम न्यायालय के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश जे एस खेहर ने उन्हें भारत के राष्ट्रपति के पद की शपथ दिलायी। वे राज्यसभा सदस्य तथा बिहार राज्य के राज्यपाल रह चुके हैं।
रामनाथ कोविन्द का जन्म उत्तर प्रदेश के कानपुर जिला (वर्तमान में कानपुर देहात जिला) की तहसील डेरापुर, कानपुर देहात के एक छोटे से गाँव परौंख में हुआ था। कोविन्द का सम्बन्ध कोरी (कोली) जाति से है जो उत्तर प्रदेश में अनुसूचित जाति मे आती है। वकालत की उपाधि लेने के पश्चात उन्होने दिल्ली उच्च न्यायालय में वकालत प्रारम्भ की। वह 1977 से 1979 तक दिल्ली उच्च न्यायालय में केंद्र सरकार के वकील रहे।
8 अगस्त 2014 को बिहार के राज्यपाल के पद पर उनकी नियुक्ति हुई। उन्होनें संघ लोक सेवा आयोग परीक्षा भी तीसरे प्रयास में ही पास कर ली थीं। वर्ष 1992 में भारतीय जनता पार्टी में सम्मिलित हो गये। कोविन्द लगातार 12 वर्ष तक राज्य सभा के सदस्य रहे। वह भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रहे।
20 जुलाई 2017 को राष्ट्रपति के निर्वाचन का परिणाम घोषित हुआ जिसमें कोविंद ने यूपीए की प्रत्याशी मीरा कुमार को लगभग 3 लाख 34 हजार वोटों के अंतर से हराया। कोविंद को 65065 फीसदी वोट प्राप्त हुए। भारत के 13 वे राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के पश्चात 25 जुलाई 2017 को भारत के 14 वे राष्ट्रपति के रूप में कोविंद ने शपथ ग्रहण की।
उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू ने ट्वीट किया, “भारत के माननीय राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी को आज उनके जन्मदिन पर मेरी हार्दिक बधाई। वह अपनी सादगी, उच्च नैतिकता और उल्लेखनीय दृष्टि के लिए जाने जाते हैं। मेरी कामना है कि उन्हें अच्छे स्वास्थ्य, खुशी और राष्ट्र की सेवा कई और वर्षों तक करने का आशीर्वाद मिले।”
प्रधानमंत्री मोदी ने भी राष्ट्रपति के जन्मदिन पर उन्हें बधाई दी और कहा कि समाज के गरीब और वंचित वर्गों को सशक्त बनाने पर उनका ध्यान देना अनुकरणीय है। मोदी ने ट्वीट किया, “राष्ट्रपति जी को जन्मदिन की बधाई। उन्होंने अपने विनम्र व्यक्तित्व के कारण पूरे देश को अपना मुरीद बना लिया है। समाज के गरीब और वंचित वर्गों को सशक्त बनाने पर उनका ध्यान अनुकरणीय है। वह एक लंबा और स्वस्थ जीवन व्यतीत करें।”
