यूपी: उत्तर प्रदेश में आशा बहुओं ने अपनी निश्चित मानदेय के लिये माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को पत्र लिखा तथा कुछ अपनी माँग को भी पूरी करने की अपील की l उत्तर प्रदेश में आशा बहुओं की नियुक्ति 23 अगस्त 2006 को हुई थी जिसका कार्यकाल 15 वर्ष हो गया परंतु शासन स्तर से उन आशा बहुओं का अभी भी कोई निश्चित मानदेय नहीं हुआ है l
उत्तर प्रदेश में आशा बहुओं की संख्या 215000 है, जो अपनी कठिन परिश्रम लगन एवं ईमानदारी के साथ स्वास्थ्य विभाग की प्रत्येक योजनाओं की निर्भरता पूर्वक कोरोनावायरस महामारी में भी अपनी जान जोखिम में डालकर घर-घर जाकर सेवा दी है l
उन आशा बहुओं का शासन स्तर से अभी तक कोई निश्चित मानदेय ना होने के कारण उन लोगों की कुछ मांगे निम्नलिखित है….
1. महंगाई को देखते हुए आशा बहुओं का मानदेय ₹10000 किया जाए
2. आशा बहुओं के काम के अनुसार मिलने वाला पैसे को मानदेय में परिवर्तित किया जाए
3. आशा बहुओं को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए
4. आशा बहुओं का मानदेय कोषागार द्वारा सीधे खाते में भेजा जाए
5. प्रदेश की प्रति सभी आशा बहुओं का आयुष्मान कार्ड बनाया जाए
6. आशा बहुओं का दुर्घटना बीमा 1000000 किया जाए और बीमा प्रमाण पत्र दिया जाए
