पश्चिम बंगाल: पश्चिम बंगाल की हाई प्रोफाइल सीट भवानीपुर को लेकर विधानसभा सीटों पर सियासी घमासान जारी है। लंबे समय से पश्चिम बंगाल की सत्ता से दूर भारतीय जनता पार्टी ने यहां जीत के लिए पूरी ताकत झोंक रखी है। ऐसे में दोनों ही पार्टियों ने उपचुनाव की तैयारियों में अंतिम दम भरने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। भारतीय जनता पार्टी ने यहां ममता बनर्जी को रोकने के लिए अपने 80 नेताओं को मैदान में उतारा है।
ये नेता सोमवार को पूरे जोर-शोर से इस विधानसभा सीट पर चुनाव प्रचार कर रहे थे। तो वही पर सोमवार को भाारतीय जनता पार्टी के नेता दिलीप घोष पर हमला के बाद से राजनीति तेज हो गई है। भाजपा के कई नेता जहां उपचुनाव को टालने की मांग कर रहे हैं वहीं स्वप्न दासगुप्ता ने चुनाव आयोग से मतदान केंद्र के आसपास धारा 144 लगाने की मांग की है। इसके अलावा उन्होंने केंद्रीय बलों की उपस्थिति में चुनाव करवाने की मांग की है।
हिंसा के मद्देनजर भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को कोलकाता में चुनाव आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की और 30 सितंबर को उपचुनाव के दिन भवानीपुर निर्वाचन क्षेत्र में धारा 144 लागू करने की अपील की। इसके अलावा प्रतिनिधिमंडल के नेताओं ने केंद्रीय बलों की उपस्थिति में चुनाव करवाने की मांग की।
बंगाल में 30 सितंबर को भवानीपुर समेत तीन सीटों पर विधानसभा उपचुनाव होने हैं। इधर, राज्य निर्वाचन आयोग ने भवानीपुर में भाजपा और टीएमसी कार्यकर्ताओं की भिड़ंत को लेकर राज्य सरकार से जवाब मांगा हैं l
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुकांता मजूमदार ने कहा कि हम आंतरिक बैठकें करेंगे और यहां भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व से मिलने की भी कोशिश करेंगे। भवानीपुर में जो हुआ वह गलत है। दिलीप घोष पर हमले से पता चलता है कि पश्चिम बंगाल में कोई कानून-व्यवस्था नहीं है।
