योजना: पूरे विश्व में प्लास्टिक का उपयोग इस कदर बढ़ चुका है और हर साल पूरे विश्व में इतना प्लास्टिक फेंका जाता है कि इससे पूरी पृथ्वी के चार घेरे बन जाएं। पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने के लिए बहुत से कारण जिम्मेदार हैं जिनमें प्लास्टिक एक बहुत बड़ा खतरा बनकर उभरा है।
इन सब को ध्यान मे रखकर जल शक्ति मंत्रालय दिसंबर 2022 तक एकल इस्तेमाल प्लास्टिक के प्रयोग को पूरी तरह से बंद करने की योजना बना रहा है। मंत्रालय का लक्ष्य है कि दिसंबर, 2022 तक सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग पूरी तरह से समाप्त कर दिया जाए। इसके लिए ब्लॉक स्तर पर काम शुरू हो गया है।
देश के कई रेलवे स्टेशनों पर पीने के पानी की बोतल को खरीद कर इसे विशेष प्रक्रिया से निस्तारित करने के लिए उपभोक्ताओं को नगद भुगतान कर खाली बोतलों को खरीदा जा रहा है। सिक्किम देश का पहला राज्य बनने जा रहा है जहां अगले साल जनवरी 2022 से बोतल बंद पानी की बिक्री पर पूरी तरह से रोक लगा दी जाएगी।
मंत्रालय ने कहा कि प्लास्टिक निस्तारण को लेकर भी विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसमें सरकारी कार्यालयों और केंद्रों पर प्लास्टिक की बोतल में पानी के वितरण और प्रयोग पर रोक लगा दी गई है।
