वंदे भारत ट्रेन : प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के 75वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर 75 शहरों के बीच वंदे भारत ट्रेन चलाने का एलान किया था। इस ट्रेन का निर्माण मूल रूप से आईसीएफ चेन्नई को करना है। आईसीएफ चेन्नई के मैकेनिकल डिपार्टमेंट को ही इस ट्रेन के निर्माण के लिए टेंडर अवार्ड करना है। आजादी के अमृत महोत्सव पर देश में 75 वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने का रास्ता साफ हो गया है।
रेलवे ने वंदे भारत एक्सप्रेस की टेंडर प्रक्रिया को तेजी से शुरू कर दिया है। फिलहाल इसमें करीब नौ कंपनियों ने रुचि दिखाई है। जानकारी के अनुसार वंदे भारत ट्रेन के निर्माण की सुस्त गति से रेल मंत्री भी काफी नाराज थे। इस बीच वंदे भारत की टेंडर प्रक्रिया में नौ निजी कंपनियों ने दिलचस्पी दिखाई है। जिससे रेल महकमा काफी उत्साह में है।
वंदे भारत ट्रेन के कई पुर्जो को रेलवे बाहर से खरीदता है, उसी के लिए फिलहाल टेंडर प्रक्रिया चल रही है। उम्मीद है कि अगले कुछ महीने में वंदे भारत के दो रैक बनकर तैयार हो जाएंगे और यह आरडीएसओ के अप्रूवल के लिए जाएगा। एक बार इसके डिजाइन, सेफ्टी, टेक्नोलॉजी और बाकी चीजों को आरडीएसओ की मंजूरी मिल जाएगी तो इसका निर्माण तेजी से हो सकेगा।
फिलहाल रेलवे मंत्रालय ने 100 वंदे भारत ट्रेन के निर्माण को लेकर तैयारी की है। इन ट्रेनों का निर्माण इंटीग्रल कोच फैक्ट्री चेन्नई, मॉडर्न कोच फैक्ट्री रायबरेली और रेल कोच फैक्ट्री कपूरथला में किया जाएगा। वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को भारत की सबसे मॉडर्न ट्रेन होने का गौरव हासिल है। यह ट्रेन यूरोपियन डिजाइन में तैयार किया गया है। इस ट्रेन का एक मॉडल रेल मंत्रालय के परिसर में भी लगाया जा रहा है। फिलहाल भारत में दो वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें चलती हैं जो कि दिल्ली से बनारस और दिल्ली से कटरा के बीच चल रही हैं। इसे
