गोवा: राष्ट्रपति कोविंद तीन दिनी गोवा यात्रा पर आए हैं। कोविंद ने पणजी से 40 किलोमीटर दूर वास्को में स्थित आईएनएस हंसा बेस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए इस मौके पर कोविंद ने कहा कि संकट के समय में नौसेना की त्वरित और प्रभावी तैनाती ने देश को हिंद महासागर क्षेत्र का ‘पसंदीदा सुरक्षा साझेदार’ और प्रतिक्रिया देने के मामले में अव्वल (फर्स्ट रिस्पांडर) बनाया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सोमवार को यहां भारतीय नौसेना की एविएशन विंग को ‘प्रेसीडेंट कलर’ से सम्मानित किया।
यहां उन्हें भारतीय नौसेना द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। ‘प्रेसीडेंट-कलर’ किसी भी सैन्य इकाई को देश की असाधारण सेवा के लिए दिया जाने वाला सबसे बड़ा सम्मान है। उन्होंने नौसेन प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह की मौजूदगी में नवल एविएशन को ‘प्रेसीडेंट कलर’ प्रदान किया। इस मौके पर गोवा के राज्यपाल पीएस श्रीधर पिल्लई, मुख्ययमंत्री प्रमोद सावंत व अन्य अतिथि मौजूद थे।
इस मौके पर राष्ट्रपति ने कहा कि नौसेना ने क्षेत्रीय प्रतिबद्धताओं को पूरा करने और हिंद-प्रशांत महासागर क्षेत्र में अपने मित्रों और साझेदारों के साथ राजनयिक संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किए हैं। ‘ऑपरेशन समुद्र सेतु’ और ‘मिशन सागर’ जैसे अभियानों के माध्यम से उसने कोविड-19 के दौरान हिंद महासागर क्षेत्र में अपने पड़ोसियों को दवाएं व अन्य आवश्यक सामग्री पहुंचाई।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय नौसेना ने सक्रिय रूप से स्वदेशीकरण किया है। यह नौसेना की वर्तमान और भविष्य की खरीदी योजनाओं में स्पष्ट दिखाई देता है। केंद्र सरकार के ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान व ‘मेक इन इंडिया’ में भी नौसेना एविएशन ने सतत प्रगति की है।
भारतीय नौसेना की एविएशन विंग का गठन 1951 में हुआ था। नौसेना का एयरबेस 1953 में बना था। आज भारतीय नौसेना के नौ और तीन नेवल एयर-एंक्लेव हैं। नौसेना के जंगी बेड़े में आज 250 लड़ाकू विमान, टोही-विमान और हेलीकॉप्टर शामिल हैं। मिग-29के फाइटर जेट्स, लांग रेंज मेरीटाइम रेकोनेसेंस एयरक्राफ्ट, पी8आई, डोरनियर एयरक्राफ्ट, कामोव हेलीकॉप्टर, एएलएच हेलीकॉप्टर आदि उसके बेड़े में शामिल हैं।
