Health

बच्चों का टिकाकरण: फाइजर का दावा- सर्दियों तक आएंगे परीक्षण के पुरे आंकड़े, करेगी माह के अंत तक बच्चों को टीका लगाने की अनुमति के लिए आवेदन

बच्चों को राहत: देशभर में कोरोना को काबू  करने के लिए टीकाकरण अभियान जारी है, लेकिन अभी बच्चों  के लिए कोरोना टिका का केवल परीक्षण ही चल रहा था लेकिन अब कोरोना से बच्चों की सुरक्षा को लेकर माता-पिता की चिंता जल्द ही दूर होने वाली है, क्योंकि फाइजर ने कहा कि पांच से ग्यारह वर्ष के बच्चों में बायोएनटेक की वैक्सीन अधिक प्रभावी और सुरक्षित है।  फाइजर बायोएनटेक ने कहा कि वह फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) और यूरोपीय मेडिकल एजेंसी (ईएमए) में इस माह के अंत तक बच्चों को टीका लगाने की अनुमति के लिए आवेदन करेगी।

वैक्सीन विशेषज्ञ डॉ. क्रिस्टिन ऑलिवर का कहना है कि ये खबर राहत भरी है। हम लंबे समय से इस उम्र के बच्चों के लिए टीका आने का इंतजार कर रहे थे। बच्चों को वयस्कों की तुलना में डेल्टा वैरिएंट से संक्रमण का खतरा कम है, इसके बावजूद कई बच्चे संक्रमण के कारण गंभीर स्थिति में जा रहे हैं। टीका अब मदद करेगा।

फाइजर ने ये तो घोषणा कर दी है कि 5 से 11 वर्ष के लिए टीका सुरक्षित और असरदार है, लेकिन उसने आंकड़े जारी नहीं किए हैं। कंपनी का दावा है कि वो सर्दियों से पहले बच्चों पर परीक्षण के आंकड़े एफडीए को मुहैया करा देगी।

फाइजर का दावा है कि जिन बच्चों को टीका लगाया गया, उनमें 16 से 25 वर्ष वालों की तुलना में मजबूत प्रतिरोधी असर दिखा है। वैज्ञानिकों के अनुसार बच्चों को टीके की दस ग्राम डोज दी गई, जो बड़े बच्चों और वयस्कों को दी जाने वाली डोज का एक तिहाई है। अनुमान है कि वैक्सीन की मात्रा अधिक देने से बच्चों पर बुखार, सिरदर्द, थकान आदि दुष्प्रभाव हो सकता है।

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Most Popular

Uncategorized

उत्तर प्रदेश पुलिस का सिपाही मिशन शक्ति जैसे अभियान को दिखा रहा ठेंगा!दो बीवियों के बीच फसा उत्तर प्रदेश पुलिस का सिपाही,एक बीवी घर तो दूसरी को ले तैनाती क्षेत्र में रह रहा था! घर वालों को पता चलने पर दूसरी को छोड़ा तो दूसरी बीवी ने किया मुकदमा!उत्तर प्रदेश में कानून का रखवाला ही कानून की धज्जियां उड़ा रहा,शादीशुदा होने के बावजूद कई सालों से दूसरी महिला को पत्नी बनाकर साथ में रह रहा था! बताते चलें कि देवरिया जिले का सिपाही ना०पु०062620433 रवि प्रताप जो पहले से शादीशुदा था महाराजगंज में तैनाती के दौरान महाराजगंज की एक महिला को भी अपनी पत्नी बनाकर साथ में रखा हुआ था! कई सालों तक साथ में रहने के बाद जब घर वालों को पता चला तो वह दूसरी बीवी को छोड़कर भागने के फिराक में लग गया! लेकिन दूसरी बीवी उसे भागता देख जिले के ही पुलिस अधीक्षक के पास शिकायत लेकर पहुंची और सिपाही रवि प्रताप के खिलाफ 376,और 493/506, समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है! अब सवाल यह उठ रहा है कि ऐसी धाराओं में मुकदमा दर्ज होने के बाद भी सिपाही रवि प्रताप निश्चिंत होकर अपनी ड्यूटी गोंडा जिले के जीआरपी में कर रहा है और कानून के बीच के बीच फसाकर दूसरी बीवी को प्रताड़ित कर रहा है!आपको बताते चलें कि महाराजगंज जिले में यह मामला काफी चर्चा में रहा है लेकिन विभागीय होने के नाते पुलिस विभाग के द्वारा भी आज तक ना तो सिपाही रवि प्रताप को गिरफ्तार किया गया ना ही उसकी दूसरी पत्नी के लिए न्याय संगत कोई कदम उठाया गया! कागजी कार्यवाही में कोटा पूर्ति करके सिर्फ महिला को थाने कचहरी और कोर्ट तक भगाया गया अब प्रश्न यह उठता है कि जब एक व्यक्ति कई सालों तक उक्त महिला के साथ रह रहा था तो ऐसे में उस महिला के ऊपर पड़ने वाले खर्च का भार कौन उठाएगा और किस के भरोशे न्याय के नियत दर-दर भटकेगी! बात करने पर सिपाही रवि प्रताप की दूसरी पत्नी ने बताया कि सिपाही रवि प्रताप के रिश्तेदारों के द्वारा उसे जान से मारने की धमकी भी मिल रही है और तरह-तरह के कूट रचित योजनाओं सेवा किसी भी तरीके से मामले को सुलह के रास्ते पर ले जाना चाहता है! उक्त प्रकरण में जो कि मामला गिरफ्तारी का है कि बावजूद कानून व्यवस्था को ही इस्तेमाल कर उक्त सिपाही इस मामले से निकल अपनी रोटी सेक दूसरी महिला के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहा है! जहां उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मिशन शक्ति अभियान के तहत महिलाओं की सुरक्षा और उनके जीवन को मजबूत रखने के लिए तरह-तरह के कानून बना रहे हैं वहीं ऐसे भ्रष्ट और अयाश कानून के रखवाले सारे कानून को तोड़ सरकार की मंशा पर पानी फिरने का काम कर रहे हैं!(साक्ष्य मौजूद)

To Top