हाथरस: उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में जहां एक सत्संग के दौरान मची भगदड़ में 116 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई और सैकड़ों लोग घायल हो गए। मरने वालों में 108 महिलाएं और सात बच्चे शामिल हैं। ये उन हजारों लोगों की भीड़ का हिस्सा थे जो सिकंदराराऊ क्षेत्र के फुलराई गांव के पास भोले बाबा के ‘सत्संग’ में गए थे।
भगदड़ दोपहर करीब साढ़े तीन बजे उस समय मची जब बाबा सत्संग खत्म करके कार्यक्रम स्थल से निकल रहे थे। अनुयायी दर्शन करने और चरणों की धूल लेने के लिए भोले बाबा की गाड़ी के पीछे दौड़े, इसी दौरान पीछे से भीड़ का दबाव बढ़ने पर लोग सड़क के किनारे खाई में एकदूसरे के ऊपर गिरने लगे। आयोजन स्थल के आसपास बारिश के कारण कीचड़ था, जिसमें गिरने से लोगों का दम घुटा और उनकी मौत हो गई। बहुत लोग भीड़ में गिरने के बाद दबने और कुचलने से मरे।
हादसे के बाद मची चीख पुकार के बीच अफरा-तफरी भरे माहौल में शवों व घायलों को सिकंदराराऊ के ट्रामा सेंटर और एटा के मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। मरने वालों में महिलाओं और बच्चों की संख्या अधिक है। भगदड़ स्थल के सबसे पास सिकंदराराऊ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र था, जहां घायलों को पहुंचाया गया। ज्यादातर लोग यहां पहुंचने से पहले दम तोड़ चुके थे। मेडिकल कॉलेज स्थित पोस्टमार्टम हाउस पर मंगलवार दोपहर बाद 3 बजे के करीब जैसे-जैसे शवों की संख्या बढ़ती गई, भीड़ भी जुटती गई। एंबुलेंस सायरन बजाते आती गई और लाशों के ढेर लगते चलते गए। कुछ घायलों को निजी वाहनों से भी मेडिकल कॉलेज लाया गया। जिनमें से अधिकांश ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।
इनके साथ सत्संग में गए परिजन भीड़ में गुम हो गए और अपनों की तलाश करते रहे। शाम 5 बजे के बाद घायलों और शवों का आना बंद हुआ। तब तक पोस्टमार्टम हाउस पर भारी भीड़ जुट चुकी थी। भीड़ को देखकर जिले भर की पुलिस मोर्चरी पर बुला ली गई। अधिकारी लाउडस्पीकर के माध्यम से परिजन को बुलाकर शवों के पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी कराने में जुट गए। कुछ शवों को परिजन सिकंदराराऊ से बिना पोस्टमार्टम और पंचनामा भरवाए लेकर चले गए। हादसे की जानकारी मिलने के बाद आए परिजन इन लाशों के ढेर में अपनों की खोज करते रहे। वीभत्स नजारा और परिजन की चीत्कार से हर किसी की आंखें नम हो गईं। पुलिस व प्रशासन शवों की पहचान कराने में देर शाम तक जुटा रहा।
सत्संग में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के साथ ही पड़ोसी राज्यों से भी श्रद्धालु आए थे। सत्संग में अलीगढ़, एटा, मैनपुरी, कासगंज, आगरा सहित हरियाणा से भी अनुयायी पहुंचे थे। बताया जा रहा है कि सत्संग के पंडाल में हजारों की संख्या लोग पहुंचे थे। वहां गर्मी व उमस भरा माहौल था। सत्संग के समाप्त होने के बाद लोग वहां निकलकर अपने वाहनों तक पहुंचने की जल्दी में थे।
इस संबंध में सत्संग कार्यक्रम के मुख्य सेवादार देवप्रकाश मधुकर और अन्य आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), 2023 की धारा 105, 110, 126(2), 223 और 238 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।
