दिल्ली: आम आदमी पार्टी के प्रमुख व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सरकार की इन दिनों मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। बहुचर्चित शराब घोटाला मामले में कई नेताओं के खिलाफ कार्रवाई हो रही है इस बीच दिल्ली शराब नीति में कथित घोटाला मामले में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल आज भी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) दफ्तर नहीं जाएंगे, सीएम ने ईडी को पत्र लिखकर जवाब दिया है। इससे पहले भी कई समन जारी किया गया था।
आम आदमी पार्टी ने कहा कि दिल्ली सीएम ईडी की जांच में सहयोग करने को तैयार हैं लेकिन एजेंसी का नोटिस अवैध है। उनका इरादा अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करना है। वे उन्हें चुनाव प्रचार से रोकना चाहते हैं।
अरविंद केजरीवाल को ईडी ने अक्तूबर में भी इस मामले में समन जारी करके दो नवंबर को तलब किया था, लेकिन वह उस दौरान भी ईडी के समक्ष पेश नहीं हुए थे। तब उन्होंने विभिन्न राज्यों के विधानसभा चुनाव के प्रचार में व्यस्त होने का हवाला देते हुए ईडी के समक्ष पेश होने का समय मांगा था, वहीं दो नवंबर को उनके वकीलों ने ईडी के समन को गैर कानूनी करार दे दिया था।
ईडी ने दिल्ली शराब घोटाला केस में 3 जनवरी को पूछताछ के लिए तीसरा समन जारी किया था। इससे पहले दो समन में भी केजरीवाल ईडी के सामने पेश नहीं हुए थे। ईडी ने 21 दिसंबर को पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन तब सीएम विपश्यना के लिए चले गए थे। तब केजरीवाल ने अपने वकीलों द्वारा कहा था कि यह सिर्फ 2024 में लोकसभा चुनाव के अंतिम महीनों में सनसनीखेज खबरें बनाने के लिए है।
केजरीवाल ने कहा कि उन्हें किस हैसियत से बुलाया जा रहा है। उन्होंने इसके बारे में भी अनभिज्ञता जताई। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट नहीं है कि मुझे गवाह, संदिग्ध, दिल्ली के सीएम या आम आदमी पार्टी के संयोजक के रूप में बुलाया जा रहा है।
समन के समय पर सवाल उठाते हुए केजरीवाल ने कहा कि आपके समन का समय मेरी सोच को और मजबूत करता है कि मुझे भेजे जा रहे समन किसी उद्देश्य या तर्कसंगत मानदंड पर आधारित नहीं हैं बल्कि पूरी तरह से प्रचार के साथ-साथ देश में बहुप्रतीक्षित लोकसभा चुनाव के अंतिम कुछ महीनों में सनसनीखेज खबरें बनाने के लिए हैं।
